हरिद्वार/सहारनपुर:यूपी-उत्तराखंड में जहरीली शराब से 106 लोगों की मौत के बाद शीर्षस्थ नेता अखाड़े में उतर आए हैं। कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को पहले आधिकारिक बयान में कहा कि यूपी और उत्तराखंड सरकार की सरपरस्ती में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। हालांकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिलाया कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।
प्रियंका बोलीं, सख्त कार्रवाई होनी चाहिए : प्रियंका गांधी ने शराब से बड़ी संख्या में लोगों की मौत पर दुख जताया। उन्होंने कहा, मैं यह जानकर स्तब्ध और बेहद दुखी हूं कि जहरीली शराब से सहारनपुर, कुशीनगर और कई गांवों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों का सिलसिला लगातार जारी है। दिल दहला देने वाली इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। उम्मीद है कि सख्त कार्रवाई होगी।
मायावती बोलीं, समस्या गंभीर : बसपा सुप्रीमो मायावती ने घटना को दुखद बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब की गैर-कानूनी समानांतर व्यवस्था यूपी में गंभीर समस्या है। ज्यादातर गरीब, मजदूर लोग इसके शिकार हो रहे हैं।
योगी ने एसआईटी बनाई : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व की घटनाओं के मद्देनजर इस बार भी किसी साजिश से इनकार नहीं कर सकते। मैंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात की है, जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवाई करेंगे। एसआईटी जांच के आदेश दिए गए हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बोले, सत्ता के संरक्षण में फल-फूल रहा धंधा : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में नकली शराब का धंधा सत्तारूढ़ दल के संरक्षण में फल-फूल रहा है।
चले बयानों के तीर
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उम्मीद करती हूं कि भाजपा सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सिर्फ कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के बजाय दोनों राज्यों के आबकारी मंत्री इस्तीफा दें और मृतकों के आश्रितों को मुआवजा और नौकरी दी जाए।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली बार जहरीली शराब से हुई मौत में सपा से जुड़े नेताओं को शामिल पाया गया था। इस बार भी ऐसी कोई साजिश दिखी तो कड़ी कार्रवाई करेंगे।