राजकुमार गौतम/यूपी ब्यूरो
बस्ती। पिछले दिनों 9 अगस्त 2018 को जंतर मंतर दिल्ली में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भारतीय संविधान की प्रतियों को फाड़ने तथा उन्हें जलाने की घटना के बाद देशभर में आक्रोश है तथा इसके खिलाफ जगह-जगह ज्ञापन देने व मामले दर्ज कराने का दौर जारी है। इसी क्रम में सोमवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती में भी कई युवाओं ने बस्ती कलेक्टर ऑफिस जाकर ज्ञापन दिया व आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
उल्लेखनीय है कि पिछले 9 अगस्त को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुछ असामाजिक तत्वों ने भारतीय संविधान की प्रतियां जलाईं व भारतीय संविधान मुर्दाबाद, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मुर्दाबाद,एससी-एसटी एक्ट मुर्दाबाद के नारे लगाए भी गए। साथ आरोपियों ने वीडिया बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। यह वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है जिससे सांप्रदायिकता को बल मिल रहा है। जहां पूरा देश में लोग इस मामले से आहत हैं वहीं पर कुछ लोग इस बात को लेकर ‘गर्व’ महसूस कर रहे हैं। भारतीय संविधान की धाराओं में ऐसे कृतियों को निषेध किया गया है तथा ऐसा करने वालों को देशद्रोही मानते हुए दंड का प्रावधान है यहा तक कि भारतीय नागरिकता भी समाप्त हो सकती है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि 9 अगस्त 2018 की घटना फिर ना दोहराई जाए इसलिए उपद्रवियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। राष्ट्रपति को संबोधित इस ज्ञापन को कलेक्टर की अनुपस्थिति में प्रशासनिक अधिकारी ओम प्रकाश पाण्डेन ने प्राप्त किया तथा प्रशासन की तरफ से कार्रवाई करने का पूर्व भरोसा दिलाया। ज्ञापन देने वालों में महेंद्र प्रताप भारती, शैलेंद्र गौतम,रामचेत भारती, मनोज कुमार, भीमसेन, सूरज कुमार, कृष्णा प्रसाद, राजकुमार,अनिल कुमार सहित कई लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
जंतर-मंतर पर संविधान जलाने का वीडिया देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर जा सकते हैं..