दिनेश चक्रवर्ती/सुरभि सलोनी
कलाकारः अरशद वारसी, सौरभ शुक्ला, सारा लोरेन व अन्य निर्माताः दिशा झा व कनिष्क गंगवाल, निर्देशकः सौरभ श्रीवास्तव, स्टारः 2
अरशद वारसी, सौरभ शुक्ला, सारा लोरेन, दीपाली पानसरे, फ्लोरा सैनी और निवेदिता तिवारी अभिनीत फिल्म ‘फ्राड साइयां’ शुक्रवार को रिलीज हो गई। इस फिल्म में बिहार में प्रचलित ‘पकड़ुआ विवाह’ और फ्रॉड को एक साथ परोसा गया है। जिसमें अरशद वारसी और सौरभ शुक्ला बेहतरीन एक्टिंग के जरिए इसे कॉमेडी बनाने की कोशिश तो करते हैं लेकिन जोक्स व मोमेंट पुराने होने की वजह से फिल्म प्रभाव छोड़ने में कामयाब नहीं होती। सौरभ श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित व प्रकाश झा की बेटी दिशा व कनिष्क गंगवाल द्वारा निर्मित यह फिल्म मुंबई में भले हल्की-फुल्के ओपनिंग करे, लेकिन उत्तर भारत में अच्छी चल सकती है।
कहानीः भोला प्रसाद त्रिपाठी (अरशद वारसी) ऐसा व्यक्ति है जो पैसे कमाने के लालच में एक-एक करके कई महिलाओं से शादी करता है जबकि सौऱभ शुक्ला (मुरारी) प्राइवेट डेटेक्टिव रहता है। एक महिला की जासूसी के चक्कर में भोला भी उन्हें मिल जाता है, जो भोला की एक पत्नी का रिश्तेदार होता है। भोला शादी पर शादी करता है जबकि भोला का पर्दाफाश करने के चक्कर में मुरारी कई कारनामों के बाद उसे बचाता है। इसी तरह भोला 12 शादियां करता है और एक से एक उतार-चढ़ाव के बाद उसे अंत में विधवा पायल (सारा लॉरेन) से प्यार हो जाता है। उसके बाद क्या भोला प्रसाद त्रिपाठी पकड़ा जाता है? क्या वह 12 शादियों के जंजाल में फंसता है या सुधर जाता है? इन सवालों के जवाब जानना है तो एक बार सिनेमाघर जाना पड़ेगा।
एक्टिंगः अरशद वारसी और सौरभ शुक्ला ने अपनी अन्य फिल्मों की तरह इसमें भी 100% देने की कोशिश की है। इनके अलावा सारा लॉरेन, भावणा पाणि, आशा सैनी, मिहिका वर्मा, अमांडा रोसारियो, निवेदिता तिवारीआदि कलाकार सामान्य रहे हैं। वैसे भी उन्हें करने के लिए भी कुछ खास नहीं था। गुंडी दुल्हन भावना पाणि के गुंडे भाई के रोल में पियुष सुहाणे ठीक-ठाक हैं।
संगीतः फिल्म की तरह इसके गीत भी कोई खास नहीं लगे। हां, छम्मा-छम्मा एक बार फिर से अपनी याद ताजा कराती है लेकिन प्रभावहीन रही है।
कुल मिलाकर फिल्म अपने रिस्क पर देखने जा सकते हैं। सुरभि सलोनी की तरफ से 2 स्टार.