महेश प्रताप/बस्ती(उत्तर प्रदेश):- जिले में बंदरों का जनसंख्या इतना बढ़ गया है कि राहगीरों व ग्रामीणों को परेशान करके रख दिया है वहीं ग्रामीणों क्षेत्र में काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है बस्ती जिले के सल्टौआ ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम साड़ी हिच्छा में लगभग तीन सौ बंदर इस तरीके से डेरा जमाए बैठे हैं कि गांव वालों का खाना पीना वा राह चलना दुश्वार कर दिया है। ग्रामीण इतने परेशान है कि बंदरों के आतंक से महिलाएं छत के जीने पर कुंडी लगाकर वा रसोई में डंडा लेकर खाना बनाने में मजबूर हैं वही महिलाओं और पुरुषों पर हमला करने में सक्षम है कई महिलाओं को अपना शिकार बना चुका है पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को आते जाते समय बंदरों का झुंड काटने के लिए उन्हें दौड़ा लेता है जिससे राहगीर वा छात्र छात्रों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है वहीं छोटे बच्चों को बाहर निकालने के लिए एक बार सोचना पड़ता है वहीं किसानों की बात करें तो किसान के फसलों को इस तरीके से बर्बाद करके रख दिया है जैसे गेहूं , गन्ना, लहसुन,धनिया,प्याज,मूली, गाय वा भैंस का चारा बरसीन आदि चीजों को बर्बाद करने में सफल हैं वही जिस किसी के मकान में घुस जाते हैं तो फिर उसे व्यक्ति के घर वालों को भोजन करने का नसीब नहीं होता है इस समय गेहूं की फसल तैयार है तो गेहूं की बाल खाने में काफी उस्ताद हैं वही खेतों में बंदरों का झुंड इस तरीके से गन्ना तोड़कर कहते हैं जैसे कोई हाथी आकर खा कर चली गई हो। अब वही ग्रामीणों का प्रशासन से मांग है प्रशासन अपने परियोजना के अंतर्गत ग्रामीण के मदद से बंदरों को पड़कर कहीं दूर जंगल में छोड़ने का काम करें प्रशासन को ग्रामीण के बातों पर ध्यान देकर अवश्य योजना बनाकर उनकी मदद करें। वही जब वन विभाग के कंट्रोल रूम में फोन के माध्यम से संपर्क किया गया तो बार-बार फोन करने पर फोन नहीं उठा। अब देखना यह है कि प्रशासन इस बात को कहां तक संज्ञान में लेते हैं।