मुंबई। जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुंबई के तत्वावधान में आंचलिक संयोजिका श्रीमती राजश्री जी कच्छारा के निर्देशन में मुंबई ज्ञानशाला विभाग की वर्ष 2025 की प्रथम प्रशिक्षक संगोष्ठी का आयोजन तेरापंथ भवन घाटकोपर के प्रांगण मे किया गया। जिसमें 153 प्रशिक्षिकाओं ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। कार्यक्रम की शुरुआत परामर्शक सीमा जी सांखला ने नमस्कार महामंत्र से की। ज्ञानशाला गीत के सामूहिक संगान के पश्चात घाटकोपर की प्रशिक्षक बहनों ने मंगलाचरण की प्रस्तुति दी।
आँचलिक संयोजिका राजश्री जी कच्छारा ने सभी प्रशिक्षक बहनों का स्वागत किया तथा जैन विद्या मे राष्ट्रीय स्तर पर स्थान प्राप्त करने वाली प्रशिक्षक बहनों की सराहना की । ज्ञानशाला प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित होने वाली शिशु संस्कार बोध की परीक्षा से संबंधित आवश्यक दिशा – निर्देशों की जानकारी दी और प्रशिक्षक बहनों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया । राजश्री जी ने उच्चारण शुद्धि पर महत्त्व देते हुए साप्ताहिक ज्ञानशाला के अलावा प्रातिदिन 10 मिनिट बच्चों की ओनलाइन क्लास लेने पर भी जोर दिया। निवर्तमान आँचलिक संयोजिका अनिता जी परमार ने मुंबई ज्ञानशाला के कार्यो की सराहना करते हुए अपनें भावों की अभिव्यक्ति दी।
ज्ञानशाला केंद्रीय समिति सदस्या प्रोफेसर रत्ना जी कोठारी ने शिशु संस्कार बोध 1, 2 एवं 3 की पुस्तक के नये संस्करण को प्रशिक्षक बहनों को सरल रूप मे बताया और समझाया कि प्रशिक्षक बहनें बच्चों के अंको को अधिक महत्व न देते हुए बच्चे कितना ज्ञान अपने जीवन मे उतारते है इस बात पर अधिक महत्व दे। आँचलिक सह संयोजिका अंजु जी चौधरी ने वर्ष 2025 मे आयोजित होने वाले आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी तथा मुंबई स्तर पर इस वर्ष से शुरू होने वाले बच्चों के 2 semester एवं प्रशिक्षिकाओं की written exam की भी सूचना दी।
समिति सदस्य वनिता जी धाकड़ ने वार्षिक परिपत्र भरने के बारे में जानकारी दी एवं रिंकू जी परमार ने पीडीएफ रिपोर्ट के बारे में समझाया। घाटकोपर सभा के कोषाध्यक्ष भीमराज जी सुराणा एवं ज्ञानशाला व्यवस्थापक कांतिलाल जी मेहता की विशेष उपस्थिति रही। समिति सदस्य रेखा जी खाब्या ने प्रशिक्षक मौखिक परीक्षा में अव्वल रहने वाली बहनों का नामोल्लेख किया और ज्ञानशाला विभाग मुंबई ने उन्हें सर्टिफिकेट तथा मैडल द्वारा सम्मानित किया। विभागीय संयोजिका चंचल जी परमार ने प्रशिक्षक संगोष्ठी का सुंदर संचालन किया। समिति सदस्य रेखा जी कच्छारा, नयना जी धाकड़, निर्मला जी मेहता, मीनाक्षी जी कुमठ एवं घाटकोपर ज्ञानशाला की प्रशिक्षक बहनों का विशेष सहयोग मिला।
मुंबई ज्ञानशाला विभाग की 2025 की प्रथम प्रशिक्षक संगोष्ठी आयोजित हुई
Leave a comment
Leave a comment