विजयनगर (बैंग्लुरु)। अनंत आनंद की प्राप्ति वीतरागता के पथ पर बढ़ने से ही प्राप्त हो सकती है। साध्वी सिद्धप्रभा जी युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा प्रदत्त अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद निर्देशित महत्वपूर्ण आयाम वीतराग पथ कार्यशाला का आयोजन साध्वी श्री सिद्ध प्रभा जी ठाणा -4 के सान्निध्य मे तेयुप विजयनगर द्वारा तेरापंथ भवन, विजयनगर मे किया गया। वीतराग पथ कार्यशाला की शुरुआत साध्वी श्री द्वारा नवकार मंत्र के मंत्रोच्चार से हुआ। तेयुप विजयनगर अध्यक्ष कमलेश जी चोपड़ा ने सभी का स्वागत करते हुए कहा मोक्ष मार्ग पर बढ़ते हेतु इस कार्यशाला से संयम जीवन की प्रेरणा मिलती रहेगी।
वीतराग पथ कार्यशाला को संबोधित करते हुए साध्वी श्री सिद्ध प्रभा जी ने कहा, वीतरागी बनना हमारा परम लक्ष्य होना चाहिए। वीतरागी बनने के लिए प्रमाद से रहित जागरूकता से कर्मों के बंधन से बचना चाहिए। साध्वी श्री ने आचार्य श्री तुलसी के महनीय अवदान ज्ञानशाला के वर्तमान स्वरूप की परिकल्पना हेतु गुरुदेव तुलसी का मंगल स्मरण किया। आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा प्रदत इस विशेष आयाम का युवक परिषद् द्वारा आयोजन संयम मार्ग को प्रशस्त करने वाला बने। साध्वी श्री ने साधु जीवन और श्रावक जीवन की महत्ता पर बल दिया।
ज्ञानशाला प्रशिक्षिका श्रीमती वर्षा बैद और….. ने थावच्चापुत्र की कहानी नाट्य संवाद द्वारा प्रस्तुत की। उपस्थित बच्चों को संयम की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
साध्वी श्री दीक्षा प्रभा जी ने भी कार्यशाला पर विचार व्यक्त करते हुए चार गति का वर्णन किया। बच्चों को विद्वान, महान और अच्छा साधु बनने के लिए दर्शन केंद्र पर प्रयोग करवाया। कार्यक्रम में ज्ञानार्थियों से प्रश्नोत्तरी द्वारा रोचकता प्रदान की गई। इस अवसर पर आभातेयुप से विकास जी बाँठिया, महिला मंडल अध्यक्षा मंजू जी गादिया ने शुभकामनायें संप्रेषित की।
इस अवसर पर परिषद से सह मंत्री पवन जी बैद, कमलेश जी दक, कोषाध्यक्ष अमित जी नाहटा, संगठन मंत्री पंकज जी कोचर वीतराग पथ कार्यशाला संयोजक देवांग जी बैद एवं करण जी मांडोत, ज्ञानशाला संयोजिका ममता जी मांडोत, टीना जी मांडोत, सुनीता जी पटावरी आदि ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओ की उपस्थिति एवं सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन तेयुप मंत्री संजय जी भटेवरा ने किया। इस कार्यशाला में लगभग 135 लोगो की सहभागिता दर्ज हुइ। सबका आभार ज्ञापन देवांग जी बैद ने किया।
विजयनगर में वीतराग पथ कार्यशाला का हुआ आयोजन
Leave a comment
Leave a comment