मुंबई। स्वयं की खोज पर आधारित एक विशेष कार्यक्रम प्रो. मुनि श्री महेंद्र कुमार जी के सानिध्य में तेरापंथ भवन ठाणे में आयोजित हुआ। प्रो. मुनि ने अपने ओजस्वी प्रवचन में जन जन को आडंबर मुक्त बनने के लिए जागृत किया। तपस्या में रहने वाले मुनि श्री अजीत कुमारजी ने प्रेरणास्पद गीत का संगान किया एवं पूरे वातवरण को भक्तिमय बना दिया। डॉ. मुनि श्री अभिजीत कुमार जी “स्व की पहचान” पर आधारित आगम सूत्र कोहं सोहं की सुंदर व्याख्या की। सब ने प्रेरित होकर झूठा न छोड़ने का संकल्प लिया। आचार्य भिक्षु द्वारा कथित “हठ मनुहार” का संकल्प हर श्रावक में जागे जिससे वह झट मनुहार में आकर अधिक भोजन लेकर झूठा छोड़ने से बच सकें ये विचार डॉ. मुनि श्री ने व्यक्त किए। मुनि जागृतकुमारजी ने ब्रांड के पीछे होने वाले आडंबर से बचने के लिए सबको संकल्पित किया। मुनि सिद्धकुमारजी ने आत्मविषयक संबोध दिया। एरोली महिला मंडल ने मंगलाचरण, वागले इस्टेट महिला मंडल ने आडंबर मुक्ति पर रोचक परिसंवाद प्रस्तुत किया एवं वागले स्टेट युवक परिषद ने सुंदर डॉक्यूमेंट्री की सुंदर प्रस्तुति दी जिसमे एरोली युवक परिषद का भी सहयोग रहा। जिसमें मुंबई में विराजमान विभिन्न संप्रदाय के साधु साध्वियों व वरिष्ठ श्रावकों के विचारों की अभिव्यक्ति मिली। अखिल भारतीय महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती कुमुद जी कच्छारा एवं मुंबई महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती जय श्री वडाला ने अपने विचार प्रस्तुत किए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभा अध्यक्ष देवीलाल श्रीश्रीमाल, मंत्री जितेंद्र बरलोटा,पवन ओस्तवाल, दीपेश मोटावत,सूर्य प्रकाश चंडालिया,राकेश व मीना डूंगरवाल,धीरज बोहरा,रमिला वडाला, विमल गादिया,अमित कनोजिया व अमृत श्रीश्रीमाल का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. मुनि श्री अभिजीत कुमार जी ने किया।