मुंबई। अ.भा.ते.म. म. के निर्देशानुसार धर्मचक्रवर्ती आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री राकेशकुमारीजी आदि ठाणा 4 के सानिध्य में चेम्बूर ने ते.म.म. द्वारा “चित्त समाधि शिविर कार्यशाला”का आयोजन किया गया। जिसमें महिला मंडल के 8 क्षेत्र जुड़े। विक्रोली,घाटकोपर, कुर्ला, गोवंडी, विक्रोली पार्क साइड, मुलुण्ड, भांडुप , काजुरमार्ग और चेम्बूर सहित 9 क्षेत्र थे। ते.म.म. घाटकोपर ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया।
साध्वी राकेशकुमारीजी ने विशाल महिला समाज को सम्बोधित करते हुए कहा – खुशनुमा परिवार के लिए चित्तसमाधि सबसे बड़ा उपहार होता है। चित्त समाधि बनी रहे । इसके लिए हंसते मुस्कुराते रहना एक दैवीय गुण है। परिवार में परस्पर प्रेम वात्सल्य स्नेह सामंजस्य पारगामी सोच, निस्वार्थ भावना, श्रमशीलता, सेवा, नम्रता, मृदुता, विनम्रता आदि सद्गुणों की ज्योति जलती रहने से ही चित्तसमाधि बनी रहेगी। आगे साध्वी श्री ने कहा- परिवार में शांति स्थापित करने के लिये परिवार के प्रत्येक सदस्य को यज्ञ की भांति आहूति देनी होगी। साध्वीश्री राकेश कुमारी जी ने लाफिंग आसन कराकर वातावरण को खुशियों से भर दिया।
साध्वी श्री मलयविभाजी ने 9 मंगल भावनाओं को परिभाषित करते हुए कहा- भावनाओं का प्रेक्टिकल प्रयोग करने से चित्त समाधिस्य रहता है। और हम शांति का जीवन जी सकते है। चित्त समाधि की सौरभ से वातावारण प्रमुदित पुलकित आनन्दमय बन जाता है।
अ.भा. ते. म. म. पूर्व अध्यक्ष कुमुदजी कच्छारा ने चित्त समाधि शब्द शिविर की व्याख्या कर कैसे परिवार में समाधि रहे,इसके बारे में बताया। चेंबूर अध्यक्षा मनीषा जी कोठारी ने स्वागत भाषण दिया। 9 क्षेत्र की बहिनों ने मिलकर प्रेरणागीत की प्रस्तुति दी। चेम्बूर व गोवंडी की बहिनों ने व्हाट्सऐप का जमाना विषय पर सुन्दर प्रस्तुती दी। रेखा, विशाखा, बेला,डिंपल, वनिता ने तनाव युक्त जीवन की एक झलक प्रस्तुत की।
साध्वी श्री चेतस्वी प्रभा जी ने मैत्री अनुप्रेक्षा का प्रयोग करवाया।
अ.भा.ते.म.म.से महाराष्ट्र प्रभारी निर्मलाजी चंडालिया की गरिमामय उपस्थिति रही।कविता शाह ने PPT के माध्यम से योगासन प्रयोग कराया। ते. म. म. भाण्डुप अध्यक्षा रेणु जी बोथरा ने आभार ज्ञापन किया। मंच का संचालन साध्वी विपुलयशाजी ने कुशलता से किया। लगभग 300 बहनों की सराहनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम प्रभावी रहा। अंत में साध्वीश्री राकेश कुमारी जी ने मंगलपाठ से कार्यक्रम का समापन किया। रिपोर्टर दीपक राठौड़
चेंबूर में हुई सामूहिक चित्त समाधि कार्यशाला
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