धुलिया। विश्व प्रख्यात धरोहर के टी बंगलों के खुले बरामदें में उपस्थित श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वीश्री निर्वाणश्री जी ने कहा– “जैन मुनि की जीवन चर्या पदयात्रा के क्रम में साधु -साध्वीयों के साथ ।-श्रावक समाज का भी बड़ा योगदान होता है। पूज्यवर के निर्देशानुसार हम खान्देश के विभिन्न गाँवों ,कस्बों का स्पर्श करते हुए हम ऐतिहासिक स्थल अजन्ता (अजिकां) में आए हैं। धुलिया श्रावक समाज ने मार्गवर्ती सेवा के दायित्व को नहीं केवल ओढा़ है अपितु निष्ठाशील श्रावक नानकरामजी तनेजा एवं धुलिया सभा के कर्मठ अध्यक्ष सुरजमल जी सूर्या के नेतृत्व में सोत्साह सम्पन्न किया है।” आज वे उस दायित्व का जलगांव सभा को हस्तांतरण कर रहे हैं। जलगांव सभा के सेवाप्रभारी शुभकरणजी बैद ने दायित्व के प्रतिक के रूप में जैनध्वज को ग्रहण किया।
प्रबुद्ध साध्वीश्री डा यचयोगक्षेमप्रभाजी ने अपने वक्तव्य में कहा- धुलियावासीयों ने नाशिक से लेकर अजन्ता तक जिस रूप में मनोयोग के साथ सेवा की है काबिले तारीफ ही नहीं अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणास्पद है। धुलियासभा के अतिरिक्त युवक परिषद, महिला मंडल आदि सभी संस्थाओं ने सेवा के दायित्व को बखूबी निभाया । सुरजमलजी सूर्या ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा – साध्वीश्री निर्वाणश्री जी आदि साध्वीवृंद का यह चातुर्मास हमारे धुलियावासीयों के लिए यादगार चातुर्मास बन गया।
साध्वीश्री ने जिन बीजों का वपन किया है। वे अवश्य ही समय आने पर फलदायी होगें ।-अनेक नया कार्यकर्ता इस चातुर्मास में जुड़े।मार्गवर्ती सेवा में भी उनका अच्छा सहयोग रहा। मार्गवर्ती उपासना में वासुदेव जी गुंडियाल ,विनोद जी गुंडियाल ,राजुजी गुंडियाल , वर्धमान जी बैदमुथा ,दिनेश सूर्या , संजय सूर्या , विजय सेमलाणी , आदि कार्यकर्ताओं ने तथा महिला मंडल से श्रद्धा की प्रतिमूर्ति श्री मति शान्तादेवी तनेजा ,संगीता सूर्या ,गीता सूर्या ,प्रेमलताजी बाई सेमलाणी ,संगीता बैदमुथा ,आदि बहिनों का विशेष सहयोग रहा। जलगांव के श्री पवन जी श्यामसुखा ने मार्गवर्ती उपासना का अच्छा लाभ लिया। श्री मनोज जी नाहटा ,मनोज पुगलिया ,पन्नालाल जी लुनिया व,आदि कार्यकर्ता भी सक्रिय रहें। श्री युवक परिषद के अध्यक्ष जितेन्द्र जी चोरड़िया ,जयेश लोढ़ा ,राकेश छाजेड़ ,शीतल भंडारी आदि ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। श्री नानालालभाई मेहता ,लीलावंती बेन ,(सुरत) से तथा प्रदीप जी नागौरी व पुष्पा नागौरी (मुम्बई) ने भी उपासना का लाभ लिया। अमलनेर ,धरणगांव ,लोहारा ,सिंदुरणी ,जामनेर ,कूरा ,आदि क्षेत्रों से सभी श्रद्धालु भाई-बहन समय -समय पर उपासना हेतु उपस्थित होते रहे। अन्य कई क्षेत्रों में स्थानकवासी श्रद्धालु भाई-बहनों ने उपासना ,प्रवचन आदि लाभ लिया। यह जानकारी तेरापंथ महिला मंडल धुलिया की अध्यक्ष संगीता सूर्या ने दी।
धुलिया सभा द्वारा दायित्व हस्तांतरण
Leave a comment
Leave a comment