नई दिल्ली:1984 सिख दंगों में सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद कांग्रेस के लिए ‘कहीं खुशी कहीं गम’ वाली स्थिति बन गई है। बीजेपी ने दंगे के दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कमलनाथ को सीएम बनाने के कांग्रेस के फैसले पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘यह विडंबना है कि फैसला उस दिन आया है जब सिख समाज जिस दूसरे नेता को दोषी मानता है, कांग्रेस उसे मुख्यमंत्री की शपथ दिला रही है।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस 1984 की सच्चाई सामने नहीं आने देना चाहती थी जबकि NDA ने दोषियों की जवाबदेही तय की है। सोमवार को फैसला आने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जेटली ने कहा, ‘आज जो निर्णय आया है। हम एनडीए की तरफ से इसका स्वागत करते हैं। 1984 से बड़ा नरसंहार इस देश ने कभी नहीं देखा। मासूमों, बुजुर्गों और महिलाओं की हत्याएं हुईं।’ उन्होंने कहा कि सिख दंगों का दाग कांग्रेस के दामन से कभी नहीं धुलेगा।
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि सज्जन कुमार सिख दंगों का प्रतीक बन चुके थे। इसके बाद भी कांग्रेस ने अपने नेताओं को बचाने का पूरा प्रयास किया और वह इसे कवरअप करना चाहती थी। उन्होंने कहा कि दो बार पहले वाजपेयी और फिर मोदी सरकार में निष्पक्षता से जांच हुई और अब जाकर सजा मिलनी शुरू हुई है। जेटली ने कहा कि 84 दंगों का फैसला भले ही विलंब से आया हो पर न्याय मिलना शुरू हो गया है।
कमलनाथ को CM बनाने को लेकर कांग्रेस पर उठाए सवाल
Leave a comment
Leave a comment