- समता की साधना का अनूठा प्रयोग-अभिनव सामायिक
पालघर। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद पालघर ने जैनों के प्रमुख पर्व पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन किया।
उपासक युवक रत्न, अणुव्रत सेवी श्री. राजेंद्र कुमार जी सेठिया, उपासक श्री. कन्हैयालाल जी बोथरा के सान्निध्य में कुल 97 सामायिक हुई।
तेयुप अध्यक्ष श्री. प्रदीप सिंघवी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पंकज डागा के नेतृत्व में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद की 358 शाखाएं पूरे देश व नेपाल मे प्रतिवर्ष पर्युषण महापर्व के दौरान अभिनव सामायिक का आयोजन करवाती है। आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती उपासक श्री. राजेंद्र कुमार जी सेठिया ने बताया कि जैन धर्म मे सामायिक का विशेष महत्व माना जाता है।सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है। सामायिक में व्यक्ति 48 मिनट के लिए सारे सांसारिक कार्यो का त्याग करके आध्यात्म साधना में लीन हो जाता है। उपासक श्री. कन्हैयालाल जी बोथरा ने सामायिक के महत्व के बारे में बताया।
तेयुप मंत्री श्री. जयेश राठोड़ ने बताया कि समाज में आध्यात्मिक विकास हेतु तेरापंथ धर्म संघ के ग्यारहवें आचार्य श्री महाश्रमण जी के इंगित अनुसार हमारी संस्था समय समय पर ऐसे कार्य आगे भी करती रहेगी। ये सारी जानकारी परिषद मीडिया प्रभारी दिनेश राठोड़ ने दी।