- एक साल बाद भी राज्य के 17 जिलों में पालक मंत्री नहीं हैं
मुंबई। राज्य में बीजेपी के नेतृत्व वाली शिंदे सरकार एक घालमेल करने वाले नेताओं की सरकार है। इस सरकार में, एक मंत्री छह जिलों के पालक मंत्री है। 36 जिलों के लिए सिर्फ 19 पालक मंत्री नियुक्त किए गए हैं और 17 जिलों में अभी तक कोई पालक मंत्री नहीं है। 15 अगस्त को झंडा कौन फहराएगा इसे लेकर सरकार असमंजस में है। सरकार ने पहले घोषणा करते हुए कहा कि पालक मंत्री की अनुपस्थिति में कलेक्टर और आयुक्त ध्वजारोहण करेंगे, लेकिन इसमें फिर से बदलाव कर नई लिस्ट जारी की गई है। मुख्यमंत्री की एक कुर्सी पर दो-दो उपमुख्यमंत्रियों की नजर है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने हमला बोलते हुए कहा है कि महायुति की इस सरकार में काफी भ्रम है।
शुक्रवार को तिलक भवन में पत्रकारों से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा कि इस तीन दलों की सरकार को लोगों की समस्याओं की कोई परवाह नहीं है। राज्य में प्रशासन पूरी तरह से चरमरा गया है। आए दिन तहसीलदार रैंक के अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किए जा रहे हैं। प्रशासन पर सरकारी निगरानी न होने से भ्रष्टाचार चरम पर है। प्रदेश में किसानों के सामने दोहरी बुआई का संकट है। पहले भारी बारिश हुई लेकिन अब बारिश गायब हो गयी है। खरीफ की फसलें ख़तरे में हैं। लेकिन इस सरकार को किसानों के साथ आम लोगों की कोई चिंता नहीं है। तीनों पार्टियों के बीच इस बात की होड़ है कि कौन सबसे ज्यादा सरकारी खजाना लूटता है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री के शहर ठाणे में एक ही दिन में 5 मरीजों की मौत होना दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने कहा कि राज्य का स्वास्थ्य बजट एक प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया जाना चाहिए। राज्य में स्वास्थ्य सेवा बीमार हो गयी है। अस्पतालों में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं।वहीं नर्स की कमी के अलावा दवाओं का भी अभाव है। लेकिन राज्य सरकार सिर्फ विज्ञापन देकर अपनी पीठ खुद ठोक रही है। लोगों को बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं भी नहीं मिल रही है । यह सरकार सिर्फ मुट्ठी भर लोगों के लिए काम कर रही है। राज्य में 75000 शिक्षकों के पद खाली हैं। सरकार सिर्फ शिक्षक भर्ती की घोषणा कर रही है. लेकिन इसे पूरा करने के लिए कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। राज्य में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो गई है। स्कूल वीरान पड़ गए हैं। राजर्षि शाहू महाराज, महात्मा फुले, डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर के महाराष्ट्र में सामान्य परिवारों के बच्चों को शिक्षा तक नहीं मिल पा रही है। पटोले ने यह भी कहा कि लोग बीजेपी के इस प्रशासन से तंग आ चुके हैं और अब आने वाले चुनाव में जनता उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी।