नंदनवन (मुंबई)। श्रद्धा की प्रतिमूर्ति स्वर्गीय मोहिनीदेवी भेरूलालजी परमार के सुपुत्र डोम्बिवली- बोरज निवासी श्री प्रकाशजी भेरूलालजी परमार की ४१ की तपस्या का पारणा तेरापंथ अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी के सानिध्य मे नंदनवन परिसर मे जैन संस्कार विधि से संपन्न हुआ।
प्रकाशजी परमार पूर्व मे भी मासखमण तप कर चुके है परन्तु इस बार इनके दृढ़ निश्चय ने ४१ की तपस्या सानंद सम्पन्न की।जैन संस्कारक गंभीरमलजी डागलिया,चंद्रप्रकाशजी मेहता,जसराजजी छाजेड़ ,पवनजी परमार ने निर्दिष्ट विधि एवं मंत्रोंचार से पारणा परिपूर्ण कराया ।तेयुप अध्यक्ष ललितजी मेहता,जैन जागृति मंच से मदनजी कोठारी, पायलजी परमार,ने तप की अनुमोदना करते हुए मंगलकामनाये प्रेषित की ।दीपानंदन भक्ति ग्रुप से सुरेंद्र बैद ने गीतिका द्वारा तप की अनुमोदना की।
अभातेयुप निवर्तमान अध्यक्ष संदीपजी कोठारी, सहमंत्री भूपेशजी कोठारी, मुंबई चातुर्मास व्यवस्था समिति से मुख्य प्रबंधक मनोहरजी गोखरू, महामंत्री सुरेंद्रजी कोठारी, महेशजी बाफना, तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष भवरलालजी कर्नावट, के.एल.परमार, मुम्बई महिला मंडल अध्यक्ष विमलाजी कोठारी, बोरज महिला मंडल से लीलाजी परमार, डोंबिवली सभा मंत्री जगदीशजी परमार, उपाध्यक्ष प्रकाशजी कच्छारा, सहमंत्री राकेशजी कोठारी, आभातेयुप से विकासजी कोठारी, तेयुप से मंत्री राहुल कोठारी, विकास गुंदेचा, संजय खाब्या, ललित पूनमिया, सुरेश बैद, किशन डागलिया, अणुव्रत समिति संयोजक अनिल चंडालिया, सहसंयोजक श्रीपाल मेहता, महिला मंडल से संयोजिका पिंकी बडाला, सहसंयोजिका सीमा कोठारी, प्रिया गुंदेचा की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन आभातेयुप से नरेश चपलोत ने किया। आभार ज्ञापन प्रियंका परमार ने किया।
नंदनवन में ऐतिहासिक तप पारणा महोत्सव का आयोजन
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