मुंबई। साध्वी आणिमाश्रीजी एवं साध्वी मंगलप्रज्ञा जी के सांनिध्य में साध्वी वृन्द की प्रबल प्रेरणा से पच्चीस जुलाई से प्रारंभ घर घर मे नमस्कार महामन्त्र के तेरह घन्टे जप अनुष्ठान का विधिवत समापन समारोह महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल में आयोजित हुआ। सफेद पोशाक एवं लाल चुनरी की साड़ी में जोड़े के साथ बैठ भाई बहनो ने एक साथ चित्ताकर्षक लग रहे थे। कार्यक्रम को भव्यता प्रदान कर रहे थे। सैकड़ों भाई बहनो ने एक साथ जप करके पूरे वातावरण को गुंजायमान कर दिया। एक सौ पैतीस दिन तक एक सौ उन्तालीस घरों में तेरह तरह घण्टे तक चलने वाले जप में लगभग सोलह हजार सामायिक का महत जप अनुष्ठान हुआ।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ने अपने मंगल उदबोधन में कहा नमस्कार महामन्त्र मन्त्रो का सिरमौर है। सेंटर ऑफ एनर्जी यह महामन्त्र है। विधिपूर्वक किया गया जप अनुष्ठान भीतरी ऊर्जा को संवर्धित करता है। व्यक्ति को शक्तिशाली बनाता है। जप के प्रति धनीभूत श्रद्धा के साथ निरन्तरता और नियमितता जप को प्राणवान बना देती है। दक्षिण मुंबई में पहली बार घर घर तेरह घण्टे का नमस्कार महामन्त्र का अखण्ड जप हुआ। हर घर मे पॉजिटिव एनर्जी का संचार हुआ है। जपकर्ताओ ने प्रफुल्लित वंदना यह कहा कि महाराज हमे जप करवाने से अनिवर्चनीय आनंद की अनुभूति हुई । जिसे हम शब्दो मे व्याख्यायित नही कर सकते । जप के संयोजक भाई दिनेश धाकड़ व अशोक बरलोटा ने अच्छा श्रम किया। हर चातुर्मास में ऐसा क्रम चलना चाहिए।
साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने जप समापन के इस अवसर पर विशेष अनुष्ठान करवाया। सैकड़ों लोग इस विशिष्ट अनुष्ठान विधि से जप का अभिभूत हो गए और कहा ऐसा समापन हमने पहली बार देखा है। सचमुच हमारा शरीर रोमांचित हो रहा है। साध्वी सुधाप्रभाजी व साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने मंगल संगान किया। गणपत डागलिया , अशोक बरलोटा,निर्मल भंसाली, मनोज चोरडिया, दिनेश धाकड़, पीयूष खण्डोर, अरुणा कोठारी, रेखा बरलोटा, अपने अनुभव सुनाकर पूरी परिषद को भावविभोर कर दिया। अशोक बरलोटा ने मंच का संचालन करते हुए साध्वी श्रीजी के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित की। यह जानकारी मीडिया प्रभारी नितेश धाकड़ ने दी।
घर घर होनेवाले नमस्कार महामन्त्र जप अनुष्ठान का समापन
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