नई दिल्ली:दिल्ली के मुंडका इलाके में पुलिस ने एक स्वीमिंग कोच को पत्नी की हत्या के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी राजीव ने आठ अन्य लोगों की हत्या की साजिश रची थी। वारदात को अंजाम देने के लिए उसने हथियार भी खरीद लिए थे। उसे अपने जेल जाने के बाद पत्नी के बेसहारा होने की चिंता सता रही थी, इसलिए उसने पहले पत्नी सोनिया को ही मार डाला। राजीव ने बहाने से बेड पर अपनी पत्नी के हाथ-पैर बांध दिए। इसके बाद वह उसे करंट के झटके देने लगा। कुछ ही देर में सोनिया बेहोश हो गई। उसे मरा सोचकर राजीव एक तरफ बैठ गया। तभी सोनिया को दोबारा होश आ गया तो आरोपी राजीव ने गला घोटकर उसकी हत्या कर दी।
राज्य स्तरीय तैराक राजीव पेशे से स्वीमिंग कोच है। वह परिवार सहित मुंडका में रहता था। उसके परिवार में पत्नी सोनिया और चार वर्षीय बेटा है। राजीव करोलबाग स्थित एक फाइव स्टार होटल के स्वीमिंग पूल पर तैनात था, लेकिन हाल ही में उसकी नौकरी छूट गई थी। वहीं, 25 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली कि सोनिया की करंट लगने से मौत हो गई है। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर जांच शुरू कर दी। चूंकि मृतका के मायकेवालों ने कोई संदेह प्रकट नहीं किया था, इसलिए पुलिस को राजीव पर शक नहीं हुआ।
वहीं, 26 नवंबर को एएसआई रमेश को सूचना मिली कि राजीव कहीं भाग रहा है। इसके बाद एसएचओ इंस्पेक्टर सुरेंद्र संधु की टीम ने राजीव को बस स्टॉप से पकड़ लिया। उसके पास से तीन पिस्तौल और 25 कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज की राजीव को गिरफ्तार कर लिया।
पहले पत्नी को ही मार डाला : पुलिस पूछताछ में आरोपी राजीव ने बताया कि उसने बदला लेने के लिए आठ लोगों की हत्या करने की साजिश रची थी। मगर उसे इस बात की चिंता थी कि उसके जेल जाने के बाद पत्नी सोनिया बेसहारा हो जाएगी। इसलिए उसने 24 नवंबर की रात को उसकी हत्या की साजिश रची।
आरोपी की कहानी पर विश्वास नहीं हो रहा
पुलिस को भी आरोपी राजीव की कहानी पर विश्वास नहीं हो रहा था। मामले की जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का भी कहना है कि उसके बयानों की तस्दीक की जा रही है।
बच्चे के भविष्य पर संकट
पुलिस के अनुसार, मां सोनिया की मौत और पिता राजीव के जेल में जाने के बाद अब चार वर्षीय बच्चे का भविष्य खतरे में आ गया है। फिलहाल, वह अपने दादा-दादी के पास जींद में है। चूंकि वह अपनी मां के बगैर नहीं रहता था इसलिए परिवार को बच्चे को संभालने में बहुत ही दिक्कत आ रही है। परिवार के लोग किसी तरह से बच्चे को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।