राजाजीनगर। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के त्री-आयामी सूत्र सेवा-संस्कार-संगठन के क्षेत्र में तेयुप राजाजीनगर गतिमान हे इसी के तहत संस्कार के क्षेत्र में जैन संस्कार विधि से पाणिग्रहण संस्कार संपन्न करवाया। वर पक्ष बेंगलुरु निवासी श्री नरेंद्रकुमार जी सुराणा के सुपुत्र चिरंजीवी प्रदीपकुमार जी सुराणा एवं वधू पक्ष सोजत सिटी निवासी श्री कमलकुमार जी दुगड़ की सुपुत्री सौभाग्यवती भावना दुगड़ का विवाह पारिवारिक जनों की उपस्थिति में गणेशबाग में संपन्न करवाया गया।
जैन संस्कारक राजेश जी देरासरिया, सतीश जी पोरवाड़ एवं रनीत जी कोठारी ने विवाह संस्कार विधि को नमस्कार महामन्त्र के सामूहिक उच्चारण से प्रारंभ करवाया तत्पश्चात वर-वधु एवं इनके माता-पिता का मौली एवं तिलक द्वारा वर्धापन किया गया। संस्कारको के द्वारा वर के पिता द्वारा प्रस्ताव एवं वधु के पिता द्वारा स्वीकृति का आदान प्रदान करवाकर समधी मिलन करवाया गया। तत्पश्चात वर-वधु से स्वीकृति प्राप्त की गई। मंगल भावना यंत्र में समाहित बीज मंत्र एवं नौ मंगल भावनाओं के अर्थ एवं महत्व को उपस्थित पारिवारिक सदस्यों को समझाते हुए मंगल भावना यंत्र को वर्धापित किया गया।
संस्कारको के द्वारा विभिन्न मंगल मंत्रोचार के द्वारा विधि को आगे बढ़ाते हुए वर वधु का माल्यार्पण, हथलेवा एवं गंठजोड़े की रस्म को संपन्न करवाई गई। तत्पश्चात संस्कारको ने सप्तपदी का वर्णन करते हुए वर-वधु के सात फेरे करवाये गए, साथ ही हर फेरे का अर्थ बतलाते हुए संकल्प स्वीकार करवाया गया। वर वधु के माता पिता द्वारा आध्यात्मिक भेंट स्वरूप प्रतिदिन नवकार महामंत्र की माला का जाप, वर-वधु ने भी आध्यात्मिक संकल्प लिया।
जैन संस्कारको द्वारा विवाह को प्रमाणित कर हस्ताक्षर करते हुए उपस्थित तेयुप मंत्री कमलेश जी चौरड़िया ने वर-वधु एवं इनके माता-पिता एवं परिवारिक सदस्य साक्षी स्वरूप हस्ताक्षर लेकर विवाह को प्रमाणित किया गया। संस्कारको ने आशीर्वाद स्वरूप मंत्र उच्चारण करते हुए मंगलकामना संप्रेषित की। तेयुप अध्यक्ष श्री अरविंदजी गन्ना ने नव विवाहित दाम्पत्य को शुभकामनाएं संप्रेषित करते हुए उपस्थित पारिवारिक सदस्यों से जैन संस्कार विधि को हर मांगलिक कार्य मे उपयोग लेने के लिए निवेदन किया। परिषद परिवार द्वारा प्रमाण पत्र एवं मंगल भावना यंत्र को वर वधु पक्ष को प्रदान किया गया। इस विवाह संस्कार को मंगल पाठ द्वारा संपन्न करवाया। जैन संस्कार विधि के संयोजक सुनील जी सिंघवी की रही उपस्थिति।
तेयुप राजाजीनगरः जैन संस्कार विधि से पाणिग्रहण
Leave a comment
Leave a comment