कपिलधार। युगप्रधान, शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी के सुशिष्य डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी , मुनि आदित्य कुमारजी ठाणा 2 का बीड प्रवास कुछ दृष्टि से विशेष रहा 6 दिन के प्रवास में मुनिश्री ने बीड़ के केवल तेरापंथी ही नहीं अनेक जैन समाज के परिवारों में पगलिया किए। मुनिश्री ने ज्ञानशाला संचालन की श्रावक श्राविकाओं को प्रेरणा दी। महाप्रज्ञ महाप्रयाण दिवस का भव्य कार्यक्रम सकल जैन समाज की उपस्थिति में आयोजित हुआ। मुनिश्री के सानिध्य में तेरापंथी सभा का रजिस्ट्रेशन कैसे जल्दी से जल्दी हो इस बात पर चिंतन चला और 5 लोगों की समिति बनाई गई। मुनिश्री ने बीड़ से विहार करके कपिल मुनि की तपस्थली तथा लिंगायत शैव समाज के मन्मथस्वामी की जागृत समाधि स्थली कपिलधार प्राचीन ऐतिहासिक स्थल पर पधारे।
मंदिर के पुजारी इश्वर स्वामी ने मंदिर की ऐतिहासिकता बताते हुए मुनिश्री का मंदिर पदार्पण पर स्वागत किया। 3 दिन में लगभग 50 किलोमीटर का विहार किया। रास्ते की सेवा में तेरापंथी सभा अध्यक्ष लेमकरण समदरिया महिला मंडल अध्यक्षा सविता मरलेचा उपासक सुभाषजी महावीरजी शान्तिलाल हेमराज समदरिया तथा युवक परिषद से रास्ते की सेवा में शीतल मयूर मोक्षा अभय समदरिया अतुल मौजकर ने तथा संजय दीपेश समदरिया ने विशेष सेवा की इस प्रकार अनेक श्रावक श्राविकाओं ने जिम्मेवारी पूर्वक लाभ लिया। अंबेजोगाई से भी अनेक लोगों ने दर्शन किए। आगामी 22 तारीख को मुनिश्री अक्षय तृतीया कार्यक्रम हेतु अंबेजोगाई पधारेंगे।
डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी कपिल ऋषि की साधना स्थली कपिलधार पधारे
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