मुंबई: कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिका’ को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में खबर आई थी कि फिल्म में काम करने वाले मजदूरों और टेक्निशन का बकाया पैसा फिल्म के निर्माता नहीं दे रहे हैं। विरोध में मजदूर यूनियन और फेडरेशन वालों ने फिल्म की शूटिंग रोक दी थी। अपनी फिल्म से जुड़े इस विवाद पर कंगना ने मजदूर और टेक्निशन का साथ देते हुए फिल्म के निर्माताओं को साफ कहा है कि यदि किसी एक मजदूर का पैसा भी रोका गया तो वह तत्काल ‘मणिकर्णिका’ से दूरी बना लेंगी। न तो वह फिल्म का प्रमोशन करेंगी, न ही फिल्म के किसी भी इवेंट में हिस्सा लेंगी।
कंगना ने कहा, ‘यह बहुत दुःख की बात है, मैंने हमेशा से ही इस तरह की प्रैक्टिस का विरोध किया है। इस बात में कोई दो राय नहीं हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले मजदूर और टेक्निशन वाले लोग है, उनको उतना महत्त्व नहीं दिया जाता है। फिल्म इंडस्ट्री में जितना भाव ऐक्टर्स को मिलता है, उतना किसी और को नहीं मिलता, ऐक्टर्स को यह भाव फालतू का मिलता है, इसलिए मैं भी टेक्निशन ही बनना चाहती हूं, मैं निर्देशन और राइटिंग में जाना चाहती हूं। जब ऐसी घटना मजदूरों के साथ होती है तो उसे टॉलरेट ही नहीं किया जा सकता है।’
कंगना आगे कहती हैं, ‘मेरी इस मामले में फिल्म के निर्माताओं से बात हुई है और उन्होंने मुझे कहा है की ऐसी कोई बात नहीं है। मुझे आश्वासन दिया गया है कि जल्द ही सब कुछ सेटल हो जाएगा। दरअसल किसी वेंडर के साथ में पैसों का मोल-भाव किया जा रहा है, जहां वेंडर अपनी फीस तय रकम से ज्यादा मांग रहा है और निर्माता उसकी मांग के हिसाब से पैसा नहीं देना चाहते।’
कंगना ने फिल्म के निर्माताओं को अपना फैसला सुनाते हुए साफ कहा है, ‘मैंने तो इस खबर के बाद फिल्म के निर्माताओं को यह भी कह दिया था कि भले मैंने अपनी जिंदगी के 300 दिन इस फिल्म को दिए हों, लेकिन अगर ऐसी कोई भी बात होगी, एक भी मजदूर का पैसा रोका जाएगा तो मैं फिल्म से तुरंत अलग हो जाऊंगी। फिल्म के किसी भी प्रमोशन या ट्रेलर लॉन्च में कोई हिस्सा नहीं लूंगी और मैं फिल्म को प्रमोट भी नहीं करूंगी। निर्माताओं ने मुझे बार-बार आश्वासन दिया है कि आप इतनी चिंता न करें, ऐसा कुछ भी नहीं होगा। मुझे भी उनकी बात और काम करने के तरीके में विश्वास है। निर्माता की अपनी साख है, वह अपनी साख को खराब नहीं होने देंगे।’