हर फल में कोई न कोई पोषक तत्व जरूर होता है। मगर बात जब डायबिटीज के मरीजों की आती है, तो उन्हें पोषक तत्वों के साथ-साथ फलों में मौजूद शुगर की मात्रा पर भी नजर रखनी पड़ती है। वे ऐसे फल नहीं खा सकते हैं, जो सेहत के लिए तो अच्छे हैं लेकिन जिनमें अधिक शुगर होता है। डायबिटीज के मरीजों को फल ज्यादा खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि फलों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो इसे नियंत्रित करने में मददगार होते हैं।
डायबिटीज से इस समय दुनिया भर में 42.5 करोड़ लोग पीडित हैं। भारत में 2017 में डायबिटीज के तकरीबन 7.29 करोड़ मामले सामने आए थे। डायबिटीज उस स्थिति को कहा जाता है जब ब्लड शुगर लेवल या ग्लूकोज अधिक हो जाए। डायबिटीज से किडनी दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। इस बीमारी के शिकार लोगों को डाइट का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
सेब में घुलनशील और और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने में मददगार होते हैं।
अमरूद में लो ग्लाइकैमिक इंडेक्स यानी जीआई होता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने में मददगार होता है। डायबिटीज और दिल के रोगियों के लिए अमरूद बहुत अच्छा साबित होता है। अमेरिका के कृषि विभाग के अनुसार 100 ग्राम अमरूद में 68 कैलोरी होती है। अमरूद में अच्छी मात्रा में विटामिन सी विटामिन ए, फॉलेट, पोटैशियम भी पाया जाता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए संतरा को सुपरफूड माना गया है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, विटामिन सी, फोलेट और पोटेशियम होता है जो डायबिटीज में राहत दिलाने का काम करता है।
आड़ू फाइबर का भरपूर स्रोत होता है, जो ब्लड शुगर हो नियंत्रित करने में मददगार होता है। प्रति 100 ग्राम आड़ू में 1.6 ग्राम फाइबर होता है।
कीवी में विटामिन ए और सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। यह ब्लड शुगर या ग्लूकोज को एकदम से बढ़ने से रोकता है।
(इस आलेख में दी गई जानकारी को अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)