उधनाः जैन संस्कार विधि के बढ़ते कदम

उधना।  बोराणा (जिला भीलवाड़ा राज.) निवासी उधना प्रवासी स्व. श्री हरकचंद जी डांगी के सुपुत्र; श्रीमान हस्तीमलजी, स्व. श्री बाबूलाल जी एवं श्री अशोक कुमार जी के भ्राता तथा श्री सुनील, परेश, पवन के पिताजी श्री प्रकाश जी डांगी (चक्षुदाता) का 61 वर्ष की आयु में दिनांक 3 फरवरी 2023 को आकस्मिक देहावसान हो गया। दिनांक 6 फरवरी 2023 को प्रातः 9:30 बजे से उनकी स्मृति सभा तेरापंथ भवन, उधना के अमृत हॉल में आयोजित हुई।
तत्पश्चात प्रातः 11:00 बजे से पगड़ी दस्तूर का कार्यक्रम आयोजित हुआ। जैन संस्कारक श्री अर्जुनजी मेड़तवाल एवं श्री अनिलजी सिंघवी ने संपूर्ण जैन संस्कार विधि से इस कार्यक्रम को संपादित करवाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के मंगल सामूहिक उच्चारण के साथ हुआ।तत्पश्चात कुमकुम तिलक एवं मोली बांधी गई। परिवार जनों द्वारा मंगल भावना यंत्र पट्ट पर स्थापित करवाया गया।
श्री संस्कारक श्री अर्जुनजी मेड़तवाल ने जैन संस्कार विधि को पूज्य गुरुदेव श्री तुलसी द्वारा प्रदत्त अमूल्य वरदान बताया एवं सभी शुभाशुभ प्रसंग जैन संस्कार विधि द्वारा ही संपन्न करवाने का अनुरोध किया। तेयुप उधना जैन संस्कारक प्रभारी एवं ह्री संस्कारक श्री अनिल जी सिंघवी ने मंगल भावना यंत्र की महत्ता का प्रतिपादन किया। पगड़ी बांधने का दस्तूर श्री कन्हैया लाल जी देसरड़ा (तलोद) ने किया।
सभी परिवार जनों ने इस अवसर पर यथाशक्ति त्याग प्रत्याख्यान किया। उपस्थित सभी भाई बहनों ने जैन संस्कार विधि की महत्ता को जानकर संतोष व्यक्त किया। आभार ज्ञापन स्व. श्री प्रकाश जी डांगी के भतीजे एवं तेयुप. उधना के सेवा प्रभारी श्री जसवंत जी डांगी ने किया। मंगल पाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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