थांदला (म.प्र.)। मध्यप्रदेश के पेटलावद क्षेत्र से जुडा एक छोटा सा क्षेत्र थांदला जहा तेरापंथ के मात्र 8 परिवार है वहां तेरापंथ भवन का शिलान्यास श्रीमती शायर हीरालालजी मालू ने किया। ज्ञात रहे की की हीरालालजी मालू जब महासभा के अध्यक्ष थे तब मालवा प्रदेश की यात्रा में इस गांव की यात्रा भी की थी और वहा की स्थिति को देखते हुए तत्काल महासभा की भवन योजना में तेरापंथ भवन की स्वीकृति प्रदान की थी । बाद में कुछ कानूनी अड़चनों के कारण महासभा द्वारा भवन निमार्ण के लिए स्वीकृत राशि प्राप्त नही हो पायी। मालवा सभा के पूर्व अध्यक्ष श्री पूनमचन्द जी बरबेटा ने हीरालालजी मालू से संपर्क कर उनकी द्वारा स्वीकृत भवन की बात याद दिलाई तो मालुजी ने अपने कार्यकाल की स्वीकृत राशि स्वयं की तरफ से प्रदान करने की सहमति प्रदान की । अपने वचनों पर कायम श्रीमालू जी ने शायर हीरालालजी मालू के हाथो से भवन के भूमि पूजन कर अपना वादा निभाने आज थांदला में मुख्य अथिति के रूप में महासभा के उपाध्यक्ष श्री जसराज जी मालू एवम तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के पूर्व अध्यक्ष श्री सलिल लोढा के साथ पुनः पधारे। इस कार्यक्रम के साथ स्थानकवासी सम्प्रदाय में दीक्षा लेने मुमुक्षु मयंक पावेचा के मंगलकामना का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। स्वागत स्थानीय सभा अध्यक्ष अरविंद जी रुनवाल ने किया। अथितियों का परिचय पेटलावद से समागत पवन जी भंडारी ने दिया। मालवा सभा के अध्यक्ष दिलीप जी मांडोत एवम मंत्री अरुण जी श्रीमाल ने विचार रखते हुए मालू परिवार के प्रति आभार व्यक्त किया। स्थानकवासी समाज के अध्यक्ष श्री जितेंद्र जी घोड़ावत ने स्वागत करते हुए कहा की स्थानकवासी समाज थांदला के तेरापंथी परिवारों की साथ है और ये आराधना भवन दोनों समाज को और एकता प्रदान करेगा। महासभा के मालवा प्रभारी श्री दिलीप जी भंडारी ने विचार रखते हुए महासभा के सहयोग की बात रखी। मुम्बई से समागत सलिल जी लोढा ने आचार्यश्री महाश्रमण द्वारा सांवत्सरिक एकता के प्रयास के बारे बताते हुए कहा की गुरुदेव की वाणी का असर थांदला में श्वेताम्बर समाज की एकता में देखने को मिल रहा है ।उन्होंने मालू परिवार द्वारा पूर्व में किये गए 32 भवनों के भूमि पूजन ओर उदघाटन के बारे जानकारी देते हुए बीकानेर में स्थापित आचार्य महाप्रज्ञ बोनमैरो ट्रांसप्लांट यूनिट के बारे में जानकारी देते हुए कहा की ये भी मालू परिवार के सहयोग से पूरा हुआ है । लोढ़ा जी ने मालवा क्षेत्र के राजगढ़ एवम बोरी क्षेत्र में बकाया भवनो के लिए दोनों मालू परिवार से सहयोग के लिए निवेदन किया जिसे हीरालाल जी मालु एवम जसराज जी मालू ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान की। महासभा के उपाध्यक्ष श्री जसराज जी मालू ने मालवा की पहली यात्रा के अनुभवो की साथ यहां के श्रावको की सरलता को विस्तृत रूप से बताते हुए कहा की मेरा सौभाग्य है की मुजे इस क्षेत्र में आकर मुजे भी संघ सेवा में कुछ करने का मौका मिला। आज के मुख्यवक्ता श्री हीरालालजी मालू ने अपने चिरपरिचित मारवाड़ी अंदाज में कहा की मेने आज थांदला का कि वर्षो पुराना ऋण उतार दिया है । संघ सेवा में कार्य गुरुकृपा के बिना संभव नही है में जो भी कार्य कर रहा हु सब आचार्य प्रवर की कृपा का ही प्रसाद है । आपने उक्त कार्यक्रम में उपस्थित मालवा के श्रावको से इस भवन में विषर्जन के लिए अनुरोध अपने अंदाज में किया तो थांदला निवासी बड़ोदा प्रवासी समीर मल जी सा ने भवन के उदघाटनकर्ता के रूप में सहमति प्रदान की एवम क्षेत्र के अन्य श्रावको ने तीनो भवंनो में सहयोग के लिए अपनी सहमति प्रदान की । मालू जी मुमुक्षु के लिए आध्यात्मिक मंगल कामना प्रेषित करते हुए कहा की हमारा सौभाग्य है की भवन के भूमिपूजन के कार्यक्रम में वैरागी भाई भी उपस्थित है। इस गरिमामय कार्यक्रम में दानदाता श्री हीरालालजी मालू,जसराज जी मालू ने मालवा के राजगढ़ ओर बोरी में भी सभाभवन बनाने में पूरे सहयोग की घोषणा की ओर कहा कि जल्द ही वहां भी तेरापंथ भवन का कार्य शुरू किया जाए।
इस अवसर पर मुमुक्षु मयंक ने गीत के माध्यम से अपनी सुंदर प्रस्तुति प्रदान की। थांदला नगर अध्यक्ष श्री बंटी डामोर ने सबका स्वागत करते हुए सरकार की और से जैन समाज को सहयोग की भावना व्यक्त की । संचालन पेटलावद के राजेश जी ने किया।उक्त कार्यक्रम में लगभग 1000 श्रावक श्राविकाओ ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
तेरापंथ भवन का भव्य भूमिपूजन एवं मुमुक्ष मयंक पावेचा का अभिनन्दन
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