भारतीय अर्थव्यस्था का स्वरूप कृषि प्रधान है क्योंकि देश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान अधिक है। देश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है जो की देश की अधिकांश जनसंख्या को रोजगार उपलब्ध कराती है लेकिन भारतीय कृषि अत्यधिक मानसून पर निर्भर है जिसका कारण एक सुदृढ़ सिंचाई प्रणाली का ना होना है भारतीय कृषि के मानसून पर निर्भर होने में एक समस्या जलवायु परिवर्तन की भी है जो वर्षा की अवधि को प्रभावित करती है जिसके फलस्वरूप कृषि पैदावार पर नाकरात्मक प्रभाव पड़ता है लेकिन भारतीय कृषि का प्रमुख लक्ष्य कृषि उत्पादन बढ़ाने के साथ साथ खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है ताकि देश में भुखमरी की समस्या का समाधान किया जा सके सरकार द्वार संचालित खाद्य सुरक्षा योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कृषि सुधार की विशेष आवश्यकता है।
कृषि उत्पादन में वृद्धि करने के लिए उन्नत बीज एक महत्वपूर्ण कारक है लेकिन इनका वितरण सभी किसानो तक सुनिश्चित करने की आवश्यकता है किसानो को ये बीज उपलब्ध करना एक महतवपूर्ण योजना है ग्रामीण क्षेत्रों में विपणन की उच्च व्यवस्था न होने के कारण किसानों को व्यापारियों और मध्यस्थों पर निर्भर रहना पड़ता है जो उनका का आर्थिक शोषण करते हैं। कृषि विपणन के अन्तर्गत वे सभी क्रियाएँ अति है जो कृषि उपज को खेत से लेकर उपभोक्ता तक पहुंचाने का कार्य करती है कृषि विपणन में परिवहन, प्रसंस्करण, भंडारन आदि गतिविधि शामिल है जो देश की अर्थव्यवस्था में महतवपूर्ण भूमिकाअदा करती है।
कृषि उत्पादों की ई ट्रेडिंग के लिए एक योजना के तहत कानून बनाने की आवश्यकता है ताकि कि किसानो की कृषिगत क्रिया योजनाबद्ध रूप से संपादित हो सके वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र की गिरती साख का प्रमुख कारण भूमि विखंडन है जिसके कारण भूमि छोटी छोटी जोतो में विभाजित हो गई है भूमि विखंडन का मुख्य कारण जनसंख्या का बढ़ता दबाव है जिसके फलस्वरूप प्रबंधन की लगती बढ़ती है एवम कृषि उत्पदान में भी गिरावट आती है केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आए दो गुणी करने का लक्ष्य रखा है जो कि पूरा नहीं होता दिख रहा है सरकार ने किसानो की आए बढ़ाने हेतु पीएम किसान योजना लागू कि जिसके तहत पात्र किसानो को प्रति वर्ष 6000 रुपये की प्रत्यक्ष आय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है, साथ साथ किसानों की आय को दुगना करने हेतू कृषि को लाभ का सौदा बनाने कीआवश्यकता है ताकि लोग कृषि के प्रति नकारात्मक रवैया न अपनाए लाभ का सौदा बनाने के लिए कृषि में अनुसंधान एवं विकास पर खर्च को सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 1 प्रतिशत करना चाहिए कृषि क्षेत्र देश के समग्र विकास के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योकि यह देश की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन प्रदान करता है।
देश में कृषि सुधारों पर ध्यान देने की आवश्यकता
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