- राहुल गांधी का जोरदार स्वागत, महंगाई और बेरोजगारी से परेशान महिलाओं ने सुनाई पीड़ा
जलंब, बुलढाणा। भारत जोड़ो यात्रा के तहत शनिवार को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी की जयंती के मौके पर विशेष महिला मार्च निकाला गया । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बड़ी संख्या में शेगांव की महिलाओं ने इसमें भाग लिया। इस दौरान कई महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा के साथ राहुल का स्वागत किया। यात्रा मार्ग पर हजारों की संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं राहुल गांधी के स्वागत के लिए खड़ी रहीं।
नागपुर से राज्य कांग्रेस की पदाधिकारी नफीसा सिराज अहमद ने खास तौर से महाराष्ट्र की प्रमुख ‘नऊवारी’ पोशाक पहनी थी. उनकी यह पोशाक आकर्षक थी। इस बारे में उन्होंने कहा कि हमारे देश में हिंदू-मुस्लिम अलग नहीं हैं। हम सब एक हैं, हम सब मराठी हैं। मैं इस पोशाक के जरिए महाराष्ट्र की संस्कृति दिखाना चाहती थी। नफीसा ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य देश के सभी लोगों को जोड़ना है। उनके साथ वर्षा गुजर, आशा राउल, उषा कुकटे समेत अन्य सहयोगी उपस्थित रहे।
जलंब की 13 वर्षीया श्रिया विनोद रागड़े जब से राहुल गांधी से मिलीं, तब से वह खुशी से झूम रही थी। उसके लिए यह एक यादगार अनुभव की तरह था। जैसे ही राहुल गांधी की यात्रा उसके द्वार पर पहुंची, उन्होंने अपनी माता समेत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का अभिवादन किया । राहुल गांधी ने स्नेहपूर्वक परिवार के सभी सदस्यों का हाल जाना । जिससे पूरा परिवार काफी खुश हुआ । श्रिया ने कहा कि मैंने राहुल जी को कभी नहीं देखा था। हम आज उनसे मिले । हमारा पूरा परिवार बहुत खुश है।
प्रिया की मां दीपाली भी राहुल गांधी से मिलकर बहुत खुश हुईं। उन्होंने कहा कि शिक्षा हासिल करने के बाद इसका कोई उपयोग नहीं है। हमारे पास कोई नौकरी नहीं है। हम अपना गुजारा दिन- रात खेत में मजदूरी से कर रहे हैं । बच्चों की पढ़ाई के लिए भी पैसे नहीं हैं।उन्होंने बताया कि उनके आसपास की महिलाओं का भी यही हाल है। बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर है। उनके सामने बड़ा सवाल यह है कि वह क्या खाएं और बच्चों को कैसे पढ़ाएं? राहुल गांधी ने इन समस्याओं को काफी गंभीरता से सुनते हुए इन परिवारों के दर्द को महसूस किया।