ठाणे। शासनश्री साध्वीश्री जिनरेखाजी एवं साध्वीवृन्द की सतत प्रेरणा एवं प्रयास ठाणे भवन में अनेक सफल उपक्रम हो रहे है। आचार्य तुलसी की मासिक तिथि तृतीया ,12 अक्टूबर को आयंबिल अनुष्ठान का आयोजन हुआ।
साध्वीश्रीजी ने फरमाया आयंबिल रसत्याग का प्रयोग है।स्वादलोलुप प्रवृत्ति को लगाम लगाने का प्रयास है साथ ही तप और निर्जरा का महत्वपूर्ण माध्यम है। तेरापंथी सभा ठाणे के तत्वावधान में आयोजित इस अनुष्ठान में 125 आयंबिल हुवे।सभी श्रावक श्राविका के साथ भवन के स्टाफ किशनजी एवं महादेव ने भी सहभागिता दर्ज करवाई।सर्वप्रथम साध्वीश्री ने मंगलपाठ सुनाया और सभी को प्रत्याक्खान करवाये।बड़े ही शांति और सुव्यवस्थित रूप में आयंबिल करवाये।उसके बाद सभी सहभागियों से रोचक लिखित प्रतियोगिता करवाई। आयोजन में, सभा, तेयुप, महिला मंडल, कन्यामण्डल के सभी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारियों की सहभागिता रही।
ठाणे में सम्पन्न हुआ आयंबिल अनुष्ठान
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