सायरा। अणुव्रत उद्बोधन का दूसरा दिन जीवन विज्ञान के रूप में सायरा मैं मनाया गया गया शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा उद्बोधन एवं अनुव्रत विश्वभारती द्वाराv निर्देशित अनुरोध सप्ताह के अंतर्गत आज दूसरा दिवस जीवन विज्ञान दिवस के रूप में साध्वी श्री गौरव यशा जी थाना 3 सानिध्य में मनाया गया कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल के मंगलाचरण द्वारा किया गया इस कार्यक्रम मैं विद्या निकेतन के विद्यार्थी एवं राजकीय कन्या विद्यालय की बालिकाएं की विशेष उपस्थिति रही।
साध्वी श्री गौरव यशा जी जी ने फरमाया आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी जी की ने मानव जाति के लिए अनेक अवधान दिए उसमें से एक जीवन विज्ञान है बचपन से ही विद्यार्थियों में शुभ संस्कारों का बीजारोपण करने हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है सूरत अणुव्रत समिति के अध्यक्ष और योगा प्रशिक्षक श्रीमान जयंतीलाल जी कोठारी ने अपने भाषण के द्वारा गौरव यशा जी जीवन विज्ञान की उपयोगिता के बारे में प्रकाश डाला साध्वी श्री जी ने फरमाया कि बच्चों को मेडिसीजन की जरूरत नहीं अभी मेडिटेशन की जरूरत है। इसमें बच्चों में बौद्धिक भावना का विकास होता है दूसरे चरण में साध्वी श्री नवीन प्रभा जी ने जीवन विज्ञान की परिभाषा बताते हुए जीवन विज्ञान की महत्वता के बारे में बताया योगा द्वारा प्रस्तुत सायरा सभा के अध्यक्ष कोयल जैसी आवाज के जादूगर हमारे कवि वक्ता युवा हृदय सम्राट सभा अध्यक्ष कांतिलाल जी मेहता ने जीवन विज्ञान के ऊपर अपना प्रकाश डाला अणुव्रत समिति के कर्मठ कार्यकर्ता एवं निष्ठावान अणुव्रत समिति के अध्यक्ष जोधराज जी मेहता ने अपने विचार रखें अणुव्रत समिति के मंत्री एवं सायरा समाज के भामाशाह श्री बाबूलाल जी मोगर ने सब का आभार व्यक्त किया तेरापंथ महिला मंडल सभा प्रज्ञा युवा मंच एवं पूरा तेरापंथ समाज सायरा की विशेष उपस्थिति रही यह जानकारी तेरापंथ युवक परिषद के पूर्व अध्यक्ष चंद्र प्रकाश पुखराज सोलंकी बोईसर नदी
सायराः अणुव्रत उद्बोधन का दूसरा दिन जीवन विज्ञान के रूप में मनाया
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