मुंबई। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा मुंबई के तत्वावधान में मुंबई ज्ञानशाला की आंचलिक संयोजिका श्रीमती अनिता जी परमार, सह संयोजिका श्रीमती राजश्री जी कच्छारा, विभागीय संयोजिका श्रीमती अंजु जी चौधरी एवं टेक्नो टीम सदस्य सीमा जी सिंघवी माणकगणी जोन की 5 ज्ञानशालाओं की सार – संभाल हेतु गए। मरोल, महाकाली, जे बी नगर, लोखंडवाला और नगरदास रोड की ज्ञानशालाओं का निरीक्षण किया।
मुंबई आंचलिक संयोजिका श्रीमती अनिता जी परमार ने कहा कि 4 से 14 साल का कोई भी तेरापंथी बच्चा ज्ञानशाला आने से वंचित न रहे, साथ ही उन्होंने प्रशिक्षिकाओं को उच्चारण शुद्धि और कंठस्थ ज्ञान से जुड़ने के लिए भी प्रेरित किया। सह संयोजिका श्रीमती राज श्री कच्छारा ने बच्चों से 25 बोल और ssb से रिलेटेड क्वेश्चन पूछे और बहुत ही अच्छे से मोटिवेट किया। विभागीय संयोजिका श्रीमती अंजु जी चौधरी ने टीचर से प्रैक्टिकल कराए और उन्ही के माध्यम से बहुत ही सरल तरीके से समझाया कि ज्ञानशाला का संचालन किस प्रकार किया जाना चाहिए। टेक्नो टीम सदस्या सीमा जी सिंघवी ने भी बच्चों को मोटिवेट किया। सभा, तेयूप, महिला मंडल की उपस्थिति रही।
यह जानकारी चंचल परमार ने दी।
मुंबई ज्ञानशाला द्वारा माणकगणी जोन की सार – संभाल
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