मुंबई। युगप्रधानआचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री पावन प्रभा जी ठाणा- 4 के पावन सान्निध्य में एक दिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर का सुंदर आयोजन* भिक्षु नगर, केलवा में दिनांक 30 अक्टूबर 2022 सोमवार को स्थानीय तेरापंथी सभा व महिला मंडल के तत्वावधान में किया गया। शिविर में मुंबई से समागत वरिष्ठ प्रेक्षा प्रशिक्षक और मुद्रा विशेषज्ञ श्री पारसमल जी दूगड़ व श्रीमती विमला देवी दूगड के निर्देशन में यह कार्यक्रम रखा गया। शिविर लगभग 8 सेशन में प्रातः 7:00 से। सायं 7:00 बजे तक सक्रिय रुप में चला। जिसमें मंत्र, प्रेक्षा, आसन, प्राणायाम, प्रेक्षाध्यान की उपसंपदा, प्रेक्षा परिचय, कायोत्सर्ग,मुद्रा विज्ञान,योगिक क्रियाएं, श्वांस प्रेक्षा, अनुप्रेक्षा वह जिज्ञासा समाधान बड़े ही सुचारू रूप से चला।
इस अवसर पर साध्वी श्री पावन प्रभा जी ने अपने प्रेरणादाई उद्बोधन में कहा, कि प्रेक्षाध्यान आचार्य महाप्रज्ञजी का एक महान अवदान है। इससे सैकड़ों सैकड़ों लोगों ने अपने जीवन की दिशा व दशा बदली है। भिक्षु नगर केलवा में यह एक दिवसीय प्रेक्षा ध्यान शिविर जिसमें प्रेक्षा प्रशिक्षक पारसमल दूगड़ वह उनकी धर्मपत्नी विमला दूगड़ ने कम समय में बहुत कुछ दिया है। पारसमल जी सचमुच में बड़े ही अनुभवी प्रशिक्षक है व प्रवक्ता व्यक्ति है। केलवा के भाई बहनों ने अच्छी संख्या में बड़े उत्साह से शिविर में भाग लिया साध्वी श्री ने अपने वक्तव्य में कहा मैं आप सब से यही कहना चाहती हूं कि जो भी आपने सीखा है उससे अपने जीवन में नीयमित प्रयोग करें और जीवन में उतारने का पुरा प्रयास करें।
कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल के मंगलाचरण प्रेक्षा ध्यान गीतिका के द्वारा हुआ। स्वागत भाषण महिला मंडल अध्यक्षा संगीता कोठारी वह आभार ज्ञापन तेरापंथ सभा के मंत्री पूर्णमल गांग ने किया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में पारसमल दुगड व विमला दुगड का सम्मान साहित्य व हार द्वारा किया गया। शिविर में तेरापंथी सभा,महिला मंडल, युवक परिषद, किशोर मंडल एवं अनेक श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम की सफलता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है प्रातः काल जब पहला सेशन स्टार्ट हुआ लगातार हर सेशन में नए नए लोग जुड़ते गए। दोनों दूगड़ दंपति जो प्रेक्षाध्यान की कार्यशाला को जन जन तक पहुंचाने का जो प्रयास कर रहे हैं वह न केवल स्तुत्य है बल्कि अनुकरणीय है।
केलवा की पावन पुण्य धरा पर प्रेक्षा ध्यान कार्यशाला का आयोजन
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