वसई। अणुव्रत उद्धबोधन सप्ताह के अंतर्गत साध्वी प्रज्ञाश्रीजी ठाना 4 के सानिध्य में अणुव्रत समिति मुम्बई के तत्वावधान में अणुव्रत क्षेत्रीय समिति वसई विरार नालासोपारा ने साम्प्रदयिक सौहार्द दिवस का आयोजन किया।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी से भारती बहन जागृति बहन पधारे।
साध्वी प्रज्ञाश्रीजी ने अपने मंगल उद्धबोधन में फ़रमाया की आचार्य श्री तुलसी ने ना सिर्फ तेरापंथ समाज मे के लिए सोचा वरन मानव जाति को अप्रामाणिकता साम्प्रदयिक द्वेष ओर विचारो की गुलामी से स्वतंत्रता के अणुव्रत की उपयोगिता को जन जन तक पहुँचाने का प्रयास किया और विश्व पटल पर अणुव्रत की गूंज गूंज उठी।
अणुव्रत सम्प्रदाय विशेष के लिए नही बल्कि सम्प्रदाय विहीन सबके लिए छोटे छोटे नियमो का एक गुच्छा है जो हमे सदात्मा महात्मा ओर परमात्मा बनाने में सहयोग करता है।
साध्वी सरलप्रभाजी ने उदाहरण के माध्यम से साम्प्रदायिक सौहार्द कैसे बढ़ाएं विषय पर फ़रमाया।साध्वी विनय प्रभाजी साध्वी प्रतीक प्रभाजी ने गीतिका के माध्यम से अणुव्रत की उपयोगिता बताई।
ब्रह्मकुमारी से पधारी बहन भारती जी ने कहा हर धर्म का लक्ष्य परमात्मा से मिलन है,सिर्फ सभी का प्रस्तुतिकरण अलग हो सकता है।लेकिन हम आज तेरा मेरा में उलझ गए इस लिए विकास रुक सा गया है। भारती बहन ने आध्यात्मिक प्रयोग करवाये।
क्षेत्रीय समिति से संयोजक पारस जी बापना भगवतीलाल जी चौहान ओर वसई नालासोपारा विरार से कार्यकर्ता की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन भगवतीलालजी चौहान ने किया।
वसई में अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह के तहत साम्प्रदायिक सौहार्द दिवस का आयोजन
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