मुंबई। के.सी. महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हेमलता बागला एचएसएनसी क्लस्टर विश्वविद्यालय की पूर्णकालिक कुलपति होंगी. डॉ. बागला को कुलपति बनाए जाने संबंधी आदेश राजभवन की ओर से शनिवार को राज्यपाल तथा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भगतसिंह कोश्यारी द्वारा जारी किया गया है. इससे पूर्व डॉ. बागला के.सी. कॉलेज के प्राचार्य के साथ-साथ एचएसएनसी क्लस्टर विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहीं थीं.
3 दशकों से शिक्षण कार्य में सेवारत
प्रो. बागला एक कुशल शिक्षाविद हैं, जिन्होंने एक शिक्षक, शोधकर्ता और प्रशासक के रूप में 3 दशकों से अधिक समय बिताया है. वह लगभग 25 वर्षों से परास्नातक और पीएचडी स्तर के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर रही हैं. उनके शोध कार्यों में रासायनिक, रेडियोकेमिकल, बायोमेडिकल और नैनो टेक्नोलॉजी के स्पेक्ट्रम शामिल हैं. उन्होंने नासा के एस्ट्रोफिजिकल डेटाबेस सिस्टम में कई प्रकाशनों सहित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में 232 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं.
15 सदस्यीय IAEA में एकमात्र भारतीय वैज्ञानिक
वह वर्तमान में चिकित्सा उपकरणों पर समन्वित अनुसंधान परियोजना पर काम कर रहे 15 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा संघ (आईएईए) की वैश्विक टीम में एकमात्र भारतीय वैज्ञानिक हैं. उन्हें उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार की तरफ से शोध अनुदान भी मिला है. उन्होंने नैक पीयर रिव्यू कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नैक मान्यता प्रदान करने हेतु विविध कॉलेजों का दौरा किया है.
महाविद्यालयों का रहा है गौरवशाली इतिहास
बता दें कि एचएसएनसी क्लस्टर विश्वविद्यालय की शुरूआत वर्ष 2020 में हुई. जिसे यूजीसी, महाराष्ट्र सरकार तथा रूसा द्वारा मान्यता प्राप्त है. एचएसएनसी विश्वविद्यालय से संबद्ध किशिनचंद चेलाराम (के.सी.) कॉलेज की शुरुआत 1954 में, हस्साराम रिजुमल (एच.आर.) कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स की शुरुआत 1960 में तथा बांबे टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (बीटीटीसी) की शुरुआत 1969 में हुई थी. विश्वविद्यालय से संबद्ध तीनों महाविद्यालय अत्यंत प्रतिष्ठित महाविद्यालय हैं तथा जिनका अपना एक गौरवशाली इतिहास है. एचएसएनसी विश्वविद्यालय से संबद्ध तीनों महाविद्यालय पूर्व काल में मुंबई विश्वविद्यालय से संबद्ध थे. सभी कॉलेज एवं वर्तमान एचएसएनसी विश्वविद्यालय को हैदराबाद (सिंध) नेशनल कॉलेजिएट बोर्ड द्वारा संचालित किया जाता है. सन 1922 में स्थापित यह बोर्ड अपने शैक्षणिक संस्थानों एवं शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रतिष्ठित है.