नई दिल्ली: चीन ने अहम और दिलचस्प कदम के तहत पहली बार पाक अधिकृत कश्मीर को भारत के जम्मू-कश्मीरवाले वास्तविक नक्शे जैसा दिखाया है। भारत काफी लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था। चीन का सरकारी टेलीविजन चैनल सीजीटीएन ने गत शुक्रवार को पाकिस्तान में चीन के वाणिज्य दूतावास पर आतंकी हमले की रिपोर्ट दिखा रहा था। उसी दौरान उसने यह नक्शा दिखाया था। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह चाइनीज गवर्नमेंट का सोच-समझकर उठाया गया कदम था या अनजाने में यह नक्शा दिखा दिया था। हालांकि, इसकी संभावना नहीं है कि चीन का सरकारी टीवी चैनल सत्ता के खिलाफ जाकर कोई काम करे। अभी तक यह भी साफ नहीं है कि इस घटनाक्रम के तार भारत और चीन सरकार की हालिया उच्च स्तरीय बातचीत से जुड़े हैं या नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनपिंग की इस हफ्ते जी-20 समिट के दौरान मुलाकात हो सकती है। यह इस साल चिनपिंग से मोदी की चौथी मुलाकात होगी। वहीं, चाइनीज टेलीविजन का हालिया प्रसारण पाकिस्तान सरकार और आर्मी का ध्यान खींच सकता है। पूरे जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा दिखाए जाने की वजह चीन-पाकिस्तान-इकनॉमिक-कॉरिडोर (सीपीईसी) भी हो सकता है। सीपीईसी पर भारत की मजबूत पकड़ है क्योंकि यह इसकी संप्रभुता का उल्लंघन करता है। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के जरिए गुजरने वाला सीपीईसी चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के तहत सबसे अहम कनेक्टिविटी लिंक है।
चीन ने भारत को परेशान करने के लिए बीआरआई के शुरू होने से पहले ही पीओके में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर भारी निवेश किया था। भारत ने चाइनीज फंडिंग के जरिए पीओके में बनने वाले प्रॉजेक्ट्स पर आपत्ति जताते हुए चीन और पाकिस्तान सरकार को कई पत्र लिखे थे। चीन ने कथित तौर पर पीओके में अपनी बटालियन तैनात कर दी थी, जिसकी भारत ने कड़े शब्दों में निंदा की थी।
चीन के सरकारी टीवी चैनल सीजीटीएन को आमतौर पर सीसीटीवी-9 और सीसीटीवी न्यूज के तौर पर जाना जाता है। यह चीन इंटरनेशनल इंग्लिश न्यूज चैनल है, जिसपर चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क ग्रुप का मालिकाना हक है। यह पेइचिंग स्थित चाइना सेंट्रल टेलीविजन का हिस्सा है। यह चैनल 2000 में लॉन्च हुआ था।
चीन के सरकारी चैनल ने पाक अधिकृत कश्मीर को दिखाया भारत का हिस्सा
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