वाशी। अणुव्रत सभागार वाशी में अपना चातुर्मास सम्पन कर साध्वीश्री जिनरेखा जी ने आज सेक्टर 28 में विहार किया। आज का प्रवचन वाशी सेक्टर 28 के गजानन हॉल में हुआ, साध्वी जिनरेखाजी ने राजा परदेशी का बहुत ही मार्मिक व आत्मा के स्वरूप पर प्रवचन दिया। किस तरह नास्तिक परदेशी राजा को शरीर भिन्न आत्मा भिन्न का केशी श्रमण ने बोध कराया व राजा परदेशी ने किस प्रकार अपनी आत्मा को भावित कर उज्ज्वल किया।
उपासक शुशील मेडतवाल ने विचार व्यक्त किये।
गौतम कोठारी का श्रम मुखर हो रहा था। आज के कार्यक्रम में उपासक सोहनलाल कोठारी, बाबूलाल बाफना, मंत्री दिनेश हिरण, संयोजिका वनिता बाफना, रेखा कोठारी, चेतन कोठारी, रतन सियाल, प्रवीण चोरडिया, जितेंद्र बाफना,सुरेश बाफना, विनोद बाफना, नीरज बॉम्ब, विनोद बाफना,महावीर कोठारी, श्रेयांस कोठारी, प्रशन्न पामेचा, देवेंद्र चंडालिया, निर्मल चपलोत, कमलेश सियाल, सुधांशू चंडालिया,मंगल संचेती, सुनील बोहरा, तिलकेश गोखरू, मुकेश चोरडिया, निर्मला चंडालिया, शीला चंडालिया उपस्थित थे। यह जानकारी पवन परमार ने दी।
चरण हुए गतिमान,चातुर्मास सम्पन
Leave a comment
Leave a comment