नई दिल्ली:बढ़ती महंगाई के माहौल के बीच दुनिया भर में आर्थिक मंदी की फिक्र बढ़ रही है। इस बीच, नोमुरा के एनालिस्ट्स ने भारत के 2023 के ग्रोथ अनुमान में कटौती की है। एनालिस्ट्स ने 2023 के ग्रोथ फोरकास्ट को घटाकर 4.7 फीसदी कर दिया है। नोमुरा ने पहले 5.4 पर्सेंट की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान जताया था। ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ग्रुप का मानना है कि अगले साल ग्रोथ में सुस्ती देखने को मिल सकती है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है।
नोमुरा ने इस वजह से घटाया जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
नोमुरा के अरोदीप नंदी और सोनल वर्मा ने एक नोट में कहा है, ‘बढ़ती महंगाई, सख्त मौद्रिक नीति, सुस्त प्राइवेट कैपेक्स ग्रोथ, बिजली की किल्लत और ग्लोबल ग्रोथ स्लोडाउन मध्यम अवधि में मुश्किल पैदा कर सकता है। इसी को देखते हुए हमने अपने 2023 GDP ग्रोथ प्रोजेक्शन को 5.4 पर्सेंट से घटाकर 4.7 पर्सेंट कर दिया है।’ फाइनेंशियल ईयर 2023 में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7 पर्सेंट और FY24 में ग्रोथ 5.5 फीसदी रह सकती है।
पॉलिसी रेट्स में तेज बढ़ोतरी कर सकते हैं दुनिया भर के सेंट्रल बैंक
भारतीय अर्थव्यवस्था प्री-पैंडेमिक लेवल्स के ऊपर चल रही है। कंज्म्पशन, इनवेस्टमेंट, इंडस्ट्री और एक्सटर्नल सेक्टर सभी की ग्रोथ में सुधार देखने को मिला है। हालांकि, महंगाई अभी फिक्र बढ़ाए हुए है। मई में CPI (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) इनफ्लेशन घटकर 7 पर्सेंट रही, जो कि अप्रैल में 7.8 फीसदी थी। वहीं, कोर CPI इनफ्लेशन 7.1 फीसदी से घटकर 5.9 पर्सेंट रही। बढ़ती महंगाई को काबू करने में करने के लिए दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अब पॉलिसी रेट्स में आक्रामक बढ़ोतरी कर सकते हैं। इसके लिए वह ग्रोथ को भी दांव पर लगा सकते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने जून में रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाकर 4.90 फीसदी कर दिया था। इससे पहले, RBI ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की थी।