मुंबई। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत से नाराज शिवसैनिकों ने कई नेताओं के दफ्तरों पर तोड़फोड़ किया तथा पोस्टर्स पर कालिख पोती है। साथ ही अब शिवसैनिकों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। बताते चलें कि कल से ही शिवसैनिक कई नेताओं के ऑफिस पर तोड़फोड़ कर चुके हैं। ताजा घटनाक्रम पुणे का है जहां बागी विधायक तानाजी सावंत के दफ्तर में जमकर तोड़-फोड़ मचाई है और हंगामा किया है। इन शिवसेना कार्यकर्ताओं ने दफ्तर में तोड़-फोड़ के बाद स्प्रे से दीवार पर गद्दार सावंत लिख दिया। ताना जी सावंत परांदा विधानसभा सीट से शिवसेना के विधायक हैं। शिवसेना के कार्यकर्ता जय शिवाजी का नारा लगाते हुए विधायक ताना जी के दफ्तर में घुस गए और तोड़ फोड़ शुरू कर दी। जिसपर शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विधायकों की बगावत के बाद लोगों में आक्रोश है और इसे रोक नहीं सकते हैं। राउत ने बेहद आगे कहा कि वे कांग्रेस से शिवसेना में आए थे और ये उनकी पहली विधायकी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को हम कपड़े उतार कर सड़क पर खड़ा करते हैं। तानाजी सावंत इस समय असम के गुवाहाटी में बागी विधायकों के साथ मौजूद हैं।
संजय राउत ने इस हिंसा पर कहा कि ये महाराष्ट्र के लोगों का गुस्सा है, महाराष्ट्र में ऐसा नहीं चलता है, और गुस्सा रहना भी चाहिए। ये शिवसेना की आग है और हम इस आग को कभी बुझने नहीं देते हैं। ये बाला साहेब ठाकरे ने हमसे कहा है। ये राख नहीं होनी चाहिए। इस आग को जलते रहने के लिए जो समिधा की जरूरत है उसे डालते रहना चाहिए।
शिवसेना नेता ने कहा कि आप हमारे विधायकों को किडनैप करेंगे, उन्हें सिक्योरिटी देंगे, और हम अपना गुस्सा नहीं निकालेंगे? क्या ऐसा हो सकता है? क्या हम नामर्द हैं, हम नामर्द नहीं हैं। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, सत्ता चली जाएगी। सत्ता और बहुमत आती जाती रहती है। संजय राउत ने कहा कि असली शिवसेना ठाकरे नाम से जुड़ा है। शिंदे, राणे, भुजबल ये लोग आते रहते हैं और आते रहेंगे और चले जाएंगे। अगर कोई कहता है कि हम बाला साहेब के भक्त हैं तो आप भक्ति करो। पार्टी पर कब्जा मत करो। अगर कब्जा करोगे तो तलवार का जवाब तलवार से दिया जाएगा।
शिवसैनिकों के हंगामे पर संजय राउत का जवाब, ये आक्रोश है, इसे रोक नहीं सकते
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