मुंबई:प्रदर्शनकारी किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल गुरूवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से मिलकर उन्हें ऋण माफी, जमीन अधिकार समेत अपनी मांगों को फिर से उनके सामने रखा। बीजेपी सरकार की तरफ से सुधार के वादों के आठ महीने बाद किसानों ने इस तरह से अपनी मांगें रखी है।
विधान भवन में फड़णवीस के साथ बैठक के लिए लोक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शनकारी किसानों के साथ राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन भी थे। जिन्होंने ठाणे से लेकर मुंबई तक मार्च किया। इन किसानों की मांग है कि पिछले साल फड़णवीस की तरफ से किए गए ऋण माफी को लागू किया जाए। साथ ही, फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें मानी जाए। आदिवासी किसानों के भूमि अधिकार और खेतिहर मजदूरों के लिए मुआवजे का ऐलान हो।
पिछले साल मार्च में फड़णवीस की तरफ से किए गए वादों को लागू कराने के लिए हजारों किसानों और आदिवासियों ने करीब 40 किलोमीटर पैदल मार्च कर मुंबई पहुंचे। मोर्चा के महासचिव प्रतिभा शिंदे ने बुधवार को कहा था कि वो प्रदर्शनकारी जो अपने साथ दो किलो चावल और एक किलो दाल लेकर आ रहे हैं वह मुंबई में ही रहेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती है।
जागने की चेतावनी
इससे पहले, प्रदर्शनकारी आजाद मैदान में एकजुट हुए थे। इस मैदान को राजनीतिक रैलियों और प्रदर्शन सभा के लिए बी जना जाता है। प्रदर्शनकारी किसानों ने इस रैली के दौरान “महाराष्ट्र सरकार जाग जाओ” के नारे भी लगाए।
मुंबई में 10 हजार किसानों ने 40 किलोमीटर मार्च कर दी सरकार को चेतावनी
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