वाराणसी:योग गुरु बाबा रामदेव ने गुरुवार को कहा कि राम मंदिर के मुद्दे पर केंद्र सरकार को अध्यादेश लाना होगा या संसद में कानून बनाना होगा। संसद कानून बनाने में समर्थ है। राम मंदिर के मुद्दे पर काफी देर हो रही है। जनता का व्यवस्था से विश्वास उठ रहा है। राम मंदिर को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है।
बाबा रामदेव गुरुवार को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए अब जनता को दबाव बनाना होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। न वह पक्ष में है, न विपक्ष में। कहा, हमने राजनीति पर बोलना बंद कर दिया है।
राम मंदिर जनजागरण में आनुषांगिक संगठनों का सहयोग करें : मोहन भागवत
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि राम मंदिर करोड़ों हिंदुओं की भावना से जुड़ा मुद्दा है। हिन्दू समाज अयोध्या में भव्य राम मंदिर की अपेक्षा रखता है। मंदिर निर्माण पर संघ कोई दबाव नहीं डाल रहा है, लेकिन केन्द्र सरकार को आपसी सहमति से इसका हल निकालना चाहिए।
उन्होंने संदेश दिया कि राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहे जनजागरण में संघ के कार्यकर्ता आनुषांगिक संगठनों का सहयोग करें।
संघ प्रमुख ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए 30 वर्षों से आंदोलन चल रहा है। प्रतीक्षा बहुत लंबी हो चुकी है। पुरातात्विक साक्ष्य मंदिर निर्माण के पक्ष में आये हैं। ऐसे में न्यायालय व सरकार दोनों को करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं के बारे में विचार कर फैसला लेना चाहिए। संघ का मानना है कि समाज में समरसता बनी रहे और सभी पक्षों से बैठकर बातचीत कर जल्द फैसला लिया जाए।
सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी ने संघ कार्यकर्ताओं को पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में आगे आने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि लोगों को जल संरक्षण के उपायों पर जोर देना चाहिए। पौधरोपण को बढ़ावा देकर आगे की पीढ़ियों के बेहतर भविष्य के बारे में सोचना चाहिये। बैठक में सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य अशोक बेरी, इंद्रेश कुमार आदि मौजूद थे।
राम मंदिरः ‘बहुत देर हो गई, जनता का विश्वास उठ रहा है, कानून बनाना होगा’
Leave a comment
Leave a comment