गोपीचंद ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘कुल मिलाकर यह वर्ष हमारे लिए कड़ा रहा। हमने इस साल राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।’
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अपनी गलतियों में सुधार करने के लिये पर्याप्त समय नहीं था। इसके बावजूद किदाम्बी श्रीकांत और पीवी सिंधु रैंकिंग में आगे रहे।’
गोपीचंद ने कहा, ‘हमने प्रमुख प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किये चाहे वह एशियाई खेल हों, राष्ट्रमंडल या विश्व चैंपियनशिप। इसलिए मैं खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश हूं और अब अगले साल के लिए तैयारी कर रहा हूं।’