मुंबई:उत्तर भारतीयों की पिटाई कर सुर्खियां बटोरने वाले राज ठाकरे अब उन्हीं से संवाद स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तर भारतीय महापंचायत के 2 दिसंबर को कांदिवली में आयोजित कार्यक्रम में राज उत्तर भारतीयों से सीधे संपर्क करेंगे। मनसे नेता व पूर्व नगरसेवक संदीप देशपांडे ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पार्टी अध्यक्ष राज ने उत्तर भारतीय महापंचायत के निमंत्रण को स्वीकार किया है।
राज की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण संस्था (मनसे) उत्तर भारतीयों की घोर विरोधी मानी जाती है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कई बार उत्तर भारतीय टैक्सी, ऑटो चालकों और फेरीवालों की पिटाई की है। रेलवे स्टेशनों पर उत्तर भारतीय यात्रियों को कई बार पीटा है। मुंबई में रेलवे बोर्ड की परीक्षा देने आए विद्यार्थियों पीटकर उन्हें परीक्षा तक नहीं देने दी।
अब राज उन्हीं उत्तर भारतीयों से संपर्क करना चाहते हैं। इस पर मनसे नेता देशपांडे का कहना है, ‘किसी भी मुद्दे को लेकर हमारे विचार भिन्न हो सकते हैं, लेकिन किसी समाज के मंच पर जाकर अपने विचार रखने में कोई बुराई नहीं है।’ संदीप ने सवाल किया कि जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आरएसएस के मंच पर जा सकते हैं, तो राज महापंचायत में क्यों नहीं जा सकते हैं।
राज के इस फैसले को आगामी चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। उत्तर भारतीयों से संपर्क के लिए राज को किसी उत्तर भारतीय मंच की तलाश थी। ऐसे में उन्हें यह मंच मिला। दरअसल, राज को पता है कि महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों को साथ लिए बिना सत्ता हासिल करना आसान नहीं है। मुंबई मेट्रोपोलिटिन रीजन से लेकर पुणे, नासिक, विदर्भ में उत्तर भारतीय बेहद प्रभावी हैं।
पहले राज माफी मांगें: निरुपम
राज ठाकरे की इस पहल पर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम का कहना है कि यह ढकोसला है, पर उत्तर भारतीयों के कार्यक्रम में जाने से पहले राज उत्तर भारतीयों से माफी मांगें। किसी समाज में जाने में कोई बुराई नहीं है। उन्हें जाना चाहिए। निरुपम ने कहा कि राज की पार्टी ने उत्तर भारतीयों के साथ जो बर्ताव किया है, उसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
उत्तर भारतीयों से संवाद करेंगे राज ठाकरे
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