भुवनेश्वर:ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कोणार्क के सूर्य मंदिर में कलात्मक पाषाण नक्काशी को हटाकर सपाट पत्थर लगाने के संबंध में केंद्र सरकार से जांच करवाने का आग्रह किया है। नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार से कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को इस भव्य विश्व धरोहर के संरक्षण के लिए तुरंत समुचित कदम उठाने की सलाह दी जाए।
ओडिशा के एक दैनिक अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शमार् को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस बात का उल्लेख किया है कि कोणार्क के सूर्य मंदिर में नक्काशी किए गए असली पत्थर को हटाकर सपाट पत्थर लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री का यह पत्र रविवार को मीडिया को उपलब्ध कराया गया।
पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा, “अखबार में उल्लेख किया गया है कि कोणार्क के सूर्य मंदिर में मौजूद नक्काशी किए गए 4० फीसदी पत्थरों को एएसआई द्वारा हटाकर सपाट पत्थर लगाए गए हैं।”उन्होंने कहा, “यह रिपोर्ट हम सबके लिए चिंता का विषय है। मैं समझता हूं कि मंदिर पर एएसआई को अधिक ध्यान देने की जरूरत है। एएसआई को कोणार्क सूर्य मंदिर के उचित संरक्षण और इसकी कला व सौंदर्य के महत्व पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।”मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्पना और प्रस्तुति दोनों में रचनात्मक प्रतिभा की उत्कृष्ट कलाकृति इस मंदिर में सूर्य के रथ को दशार्या गया है और यह यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहरों में शामिल है।
सूर्य मंदिर के संरक्षण में हो रही लापरवाही की जांच हो: नवीन पटनायक
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