कांदिवली। शांतिदूत प्रातः स्मरणीय महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती उग्र विहारी तपोमूर्ति मुनि कमल कुमार जी एवं शासन श्री प्रबुद्ध साध्वी श्री सोमलता जी के सान्निध्य में चल रहे प्रवास काल मे प्रातः 5 बजे से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया। मुनि श्री सान्निध्य में भक्ताम्बर उपसर्ग स्त्रोत प्रातः स्मरणीय गीत महाश्रमण वालीसा चौबीस अर्हम वन्दना के पश्चात सामुहिक गुरु वंदना का क्रम रहा । ततपश्चात प्रार्थना महावीर स्तुति मंगल भावना मंगल मन्त्रो से पूरित वृहद मंगलपाठ हुआ । जिसकी सामायिक सहित उपस्थित सबके आकर्षण का केंद्र बनी। मुंबई जैसे शहर में इतनी बड़ी संख्या में इस प्रकार की उपस्थिति सबके लिये चर्चा का विषय बनी।
नये वर्ष पर मुनि श्री ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए फ़रमाया कि व्यक्ति को अपना आचार विचार शुद्ध रखना चाहिए इससे तन मन और चिंतन तीनो स्वस्थ्य रहते है। इस स्वस्थ त्रिवेणी से परिवार व्यवहार व्यपार सत्कार क्रमश अपने आप वर्धमान होते रहते है। कार्यक्रम में श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कोठारी ने अपने विचार रखे। एवं नये वर्ष की शुभकामना दी। शाम को दीपावली पूजन से पूर्व भी समायिक मंगलपाठ का आयोजन किया गया। उसमें भी बड़ी संख्या में लोगो की उपस्थिति रही प्रतिक्रमण प्रेक्षाध्यान मन्त्रो के उच्चारण सहित मंगलपाठ श्रावण कर सभी प्रसन्न हुए। दीपावली पर तीन दिन अखण्ड जाप चला दिन में महिला मण्डल , कन्यामण्डल एवं रात्रि में सभा युवक परिषद , अणुव्रत समिति, टीपीएफ , किशोर मण्डल ने भाग लिया। काफी भाई बहनों ने उपवास ,बेले तेल, पौषध करके दिवाली पर्व महावीर निर्वाण दिवस जैन संस्कार विधि से मनाया। काफी परिवारों ने पटाखे दिप अगरबत्ती का भी प्रयोग नही कर केवल सामयिक एवं मन्त्रो से उत्सव मनाया।
कांदिवली तेरापन्थ भवन में नये वर्ष के मंगल पाठ पर उमड़ा जन सैलाब
Leave a comment
Leave a comment