मुंबई। साध्वी श्री आणिमाश्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी के सांनिध्य में महाप्रज्ञ पब्लिक स्कूल के विशाल हॉल में दीपावली नव वर्ष पर वृहद मंगलपाठ का समायोजन किया गया। विशाल जनमेदिनी ने साध्वी श्री आणिमाश्रीजी के मुखार विंद से विशिष्ट मन्त्रो एवं प्रभावशाली स्त्रोत के साथ वृहद मंगलपाठ का श्रवण कर नई ऊर्जा की अनुभूति की। पूरा हॉल जनाकीर्ण था।
साध्वी श्री आणिमाश्रीजी ने दीपावली नव वर्ष पर संबोध प्रदान करते हुए कहा दीपावली प्रकाश का पर्व है । हर व्यक्ति अंधकार से प्रकाश की ओर गतिमान होना चाहता है। प्रकाश , उजास , आलोक हर व्यक्ति को काम्य है। बाहरी जगत को देखने के लिए भौतिक प्रकाश की आवश्यकता है, किन्तु जब तक अन्तरदीप प्रज्वलित नही होगा। तब तक जिंदगी की रहो का अंधेरा नही मिटेगा । आत्म दिप को प्रज्वलित करने की दिशा में हम आगे बढ़े तभी दीपावली की मध्यरात्रि को ज्योतिर्मय बन गए हों सिद्ध बुद्ध , मुक्त , परमात्मा परमेश्वर बन गए थे। हम भी शान्तिम आनंदमय , समाधिमय , ज्योतिर्मय बनने का संकल्प करें एवं उस दिशा में प्रस्थान करने के लिए साधना के पथ का वरण करे एवं जीवन को आलोकित करे।
साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी ने कहा नया वर्ष नया उत्साह लेकर उपस्थित हुआ । प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन के हर पल को सफल सार्थक व मंगलमय बनाना चाहता है। मंगल मन्त्रो से हमारे भीतर ऊर्जा का संचार होता है। समता की ऊर्जा शन्ति की ऊर्जा मैत्री की ऊर्जा संयम की ऊर्जा भीतर व बाहर को ऊर्जा, शांति की ऊर्जा संयम की ऊर्जा भीतर व बाहर को ऊर्जामय बनाए रख सकती है। गुरुकृपा से पूरा वर्ष आंदप्रदायी रहे । मंगलकारी एवं कल्याणकारी रहे , मंगलकामना ।
साध्वी सुधाप्रभाजी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए साध्वी आणिमाश्रीजी एवं साध्वी मंगलप्रज्ञा जी के नाम वन्दनीया श्रद्धया महाश्रमणि वरा के ऊर्जामय सन्देश का वाचन किया। साध्वी आणिमाश्रीजी ने कहा दीपावली पर हमें श्रद्धया महाश्रमणि वरा के अनमोल उपहार मिला है। यह नही हमारे जीवन का छत्र है। किशनलाल डागलिया सन्देश वाहक बने साधुवाद साध्वी कर्णिका श्रीजी, साध्वी सुधाप्रभाजी ,स्मतव्यशाजी व साध्वी मैत्री प्रभाजी ने मंगल संगान किया। यह जानकारी मिडिया प्रभारी नितेश धाकड़ ने दी।
कालबादेवी तेरापंथ भवन में विशिष्ट मंत्रों एवं प्रभावशाली स्त्रोत्रों के साथ वृहदमंगलपाठ का आयोजन हुआ
Leave a comment
Leave a comment