नई दिल्ली:टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि उन्हें इंटरनैशनल क्रिकेट में वापसी करनी चाहिए या फिर नहीं। 15 अगस्त की शाम को धोनी ने इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह कर इन सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया। 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच के बाद से धोनी ने कोई भी इंटरनैशनल मैच नहीं खेला था। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने धोनी के रिटायरमेंट को लेकर कहा कि अब भारतीय क्रिकेट को उनकी अहमियत का पता चलेगा।
हुसैन ने मैदान पर धोनी के शांत स्वभाव की तारीफ की, इतना ही नहीं उन्होंने लिमिटेड ओवर क्रिकेट में धोनी को ऑल-टाइम बेस्ट इंडियन कप्तान करार दिया है। इसके अलावा हुसैन ने धोनी की विकेटकीपिंग की भी जमकर तारीफ की। वनडे इंटरनैशनल में सबसे ज्यादा स्टंपिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी धोनी के नाम ही दर्ज है। इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट में कमेंटरी के दौरान हुसैन ने कहा, ‘दुनिया के सबसे तेज विकेटकीपर, दुनिया के बेस्ट फिनिशर और मेरे लिए उनसे बेहतर लिमिटेड ओवर का कप्तान हुआ ही नहीं, वो चाहे चेन्नई के लिए उनकी कप्तानी हो या फिर भारत के लिए। वो दबाव में भी शांत रहते थे।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट को अब इस बात का अहसास होगा कि धोनी कितने अच्छे खिलाड़ी रहे हैं, जब कि वो चले गए हैं। अपना रिटायरमेंट का आनंद उठाइए धोनी।’
जुलाई 2019 में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच के बाद से धोनी ने कोई इंटरनैशनल मैच नहीं खेला। सेमीफाइनल मैच में उन्होंने फिफ्टी जड़ी थी, लेकिन टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत नहीं दिला सके थे। इसके बाद से धोनी क्रिकेट से ब्रेक पर थे। उनके संन्यास को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही थीं, हालांकि धोनी इस पर चुप्पी साधे हुए थे। धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे इंटरनैशनल और 98 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। धोनी को टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में शुमार किया जाता है। दिसंबर 2014 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।