मुंबई: दिल्ली में हुए दंगे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है। इस पर भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, ‘क्या कांग्रेस 1984 के दंगे और इमरजेंसी को भूल गई?’ प्रज्ञा 2008 मालेगांव ब्लास्ट केस की आरोपी हैं। वे गुरुवार को मुंबई की विशेष एनआईए कोर्ट में पेशी के लिए पहुंची थी। पेशी के बाद बाहर निकली साध्वी ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह बातें कहीं।
प्रज्ञा ने आगे कहा, ‘कांग्रेस की नैतिकता 1984 के सिख विरोधी दंगों और 1975-77 के दौरान देश में लगी इमरजेंसी के दौरान कहां थी? वे किस आधार पर गृहमंत्री का इस्तीफा मांग सकते हैं।’
अदालत ने पेश न होने पर लगाई थी फटकार
मंगलवार को विशेष अदालत के न्यायाधीश वीएस पाडलकर ने मालेगांव मामले में सभी आरोपियों को फटकार लगायी थी। उन्होंने अपने आदेश पर ध्यान देने के लिए कहा था (पिछले साल मई में पारित) जिसमें सप्ताह में कम से कम एक बार अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था।
इससे पहले ठाकुर जून 2019 में अदालत के सामने पेश हुईं थीं। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित सहित सात व्यक्ति आरोपी हैं और फिलहाल सभी जमानत पर बाहर हैं। 29 सितंबर, 2008 को हुए इस आतंकी हमले में छह लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए थे। विस्फोटक उपकरण एक मोटरसाइकिल में लगे होने की जानकारी सामने आई थी।