चेन्नई: कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि मैंने भारतीयों जैसे भोले लोग कभी नहीं देखे, जो योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर किए जा रहे सरकारी दावों को तुरंत मान लेते हैं। चिदंबरम साहित्यिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘अखबार में कुछ भी छप जाता है तो लोग उसे मान लेते हैं। हम किसी भी बात पर भरोसा कर लेते हैं।’’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘सरकार ने दावा किया कि देश के सभी गांवों में बिजली पहुंच चुकी है। 99% परिवारों के लिए टॉयलेट बनाए जा चुके हैं। लोगों ने इस बात पर भरोसा कर लिया। ऐसा ही आयुष्मान भारत योजना मामले में भी हुआ। दिल्ली में मेरे ड्राइवर के पिता की सर्जरी होनी थी, मगर इस योजना के तहत उन्हें लाभ नहीं मिल पाया।’’
‘आंकड़े सच्चाई से उलट हैं’
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘मैंने उससे (ड्राइवर) पूछा था कि यदि उसके पास आयुष्मान कार्ड है तो उसे अस्पताल जाना चाहिए। जब वह अस्पताल गया तो वहां लोगों ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मगर हम लोग तो मान लेते हैं कि आयुष्मान भारत योजना पूरे देश में लागू हो चुकी है। हम यह मानते हैं कि किसी भी बीमारी का इलाज इस योजना के तहत हो जाता है। वह भी बिना किसी खर्च के। यह हमारा भोलापन है। कई समाचार और आंकड़े सच्चाई से बिल्कुल उलट हैं।’’
तरुण गोगोई ने कहा- सांप्रदायिकता और विभाजन की राजनीति के खिलाफ लड़ते रहेंगे
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने शुक्रवार को संवाददाताओं से हुई बातचीत में केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हम चाहते हैं कि लोकतंत्र कायम रहे। नागरिकता संशोधन कानून मामले में हिंदू-मुस्लिम को अलग क्यों किया जा रहा है। हिंदू धर्मनिरपेक्ष हैं। उनकी सोच बड़ी है, मगर सरकार संकीर्ण मानसिकता की है। वह राजनीतिक लाभ के लिए हिंदुत्व के मूल सिद्धांत से छेड़छाड़ कर रही है।