नालासोपारा। नालासोपारा (ईस्ट) के तुलिंज रोड पर स्थित दामोदर हॉल श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ, मेवाड़ उपसंघ नालासोपारा द्वारा सजाए गए गुरु आनंद अम्बेश दरबार में चातुर्मासार्थ विराजित सतिया जी आराधिका प.पू. डॉ चरित्रशिलॉजी महाराज, मधुर व्याख्यानी प.पू. डॉ भक्तिशिला जी महाराज, कोकिलकंठी मैत्रीशिला जी महाराज धर्म आराधना की ठाट लगा रही हैं। यहां के श्रावक-श्राविका बड़े ही समर्पण भाव से वहां पहुंच रहे हैं तथा विविध कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
रविवार के प्रवचन में भक्तिशिलाजी महाराज साहब ने फरमाया कि यदि हम साधु नहीं बन सकते तो श्रावक बनकर भी मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए हमें नियमित सामयिक, प्रतिक्रिमण जैसी धर्मक्रिया करनी पड़ेगी। इन क्रियाओं को करने से हमारा श्रावक जीवन सुधर सकता है। मैत्रीशिला जी म.स. ने कहा कि अगर हमें जीवन में सच्चा संतोष, सुख की प्राप्ति करनी है तो बाहरी दिखावे को त्यागना होगा और अपनी अंदर की आत्मा को जानना और पहचानना होगा।
आज अम्बेश पाठशाला के बच्चों ने यहां ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ पर मनमोहक नाटक की प्रस्तुति दी, जिसमें सुशीला बोहरा एवं लीला बोहरा ने महासती का किरदार निभाया। ममता इंटोदिया ने गुरु के ऊपर गीत सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन रमेश बोहरा ने किया। यह जानकारी युवक मंडल के निवर्तमान अध्यक्ष प्रवीण जैन ने दी।
नालासोपारा में लग रहा धर्म-कर्म का ठाट, श्रावक-श्राविका ले रहे हैं लाभ
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