गर्मी की छुट्टियां जल्द ही शुरू होने वाली है। ऐसे में अगर आप पूरे परिवार के साथ घूमने की योजना बना रहे हैं तो ट्रैवल इंश्योरेंस (यात्री बीमा)की जरूतर होगी।
वित्तीय विशेषज्ञों के मुताबिक, ट्रैवल इंश्योरेंस लेने से पहले कंपनी के क्लेम रिकॉर्ड और दावा निपटान की प्रक्रिया की जानाकारी जरूरी लेनी चाहिए। इन आंकड़ों से यह पता करना बहुत ही आसान होता है कि कौन सी बीमा कंपनी की पॉलिसी लेने लायक है और कौन कंपनी ज्यादा भरोसेमंद है। इसके अलावा कवर में दी जाने वाली सुविधाओं जैसे मेडिकल खर्चों, यात्रा रद्द होने, सामान खोने, फ्लाइट के दुर्घटनाग्रस्त होने या अन्य नुकसान की सूरत में मिलने वाले कवर का भी ख्याल रखना बेहतर होता है।
इस तरह चुनें पॉलिसी
– यात्री बीमा लेने से पहले मिलने वाली कवर की जानकारी लें। क्या वह आपको सिर्फ समान खोने, फ्लाइट कैंसिंल या ट्रिप कैंसिल होने का ही कवर दे रही है या इसके अलाव वित्तीय मदद भी मुहैया कर रही हैं। कई बीमा कंपनियां यात्रियों को जरूरत पर वित्तीय मदद भी देती हैं। साथ बीमा कवर की अवधि भी देंखे।
– यात्री बीमा लेने से पहले कंपनी की विश्वसनीयता जरूर परखें।
– बीमा पर आने वाली प्रीमियम की तुलना करें ‘ दावा निपटान रिकॉर्ड पता करें।
– यात्री बीमा में मेडिकल कवर के हिस्से को ध्यान से देखें
– ऑनलाइन के बढ़ते चलन से अभी सभी कंपनियां ऑनलाइन दावा निपटान की सुविधा मुहैया करा रही हैं। हालांकि, क्लेम आपको यात्रा से लौटने के सात दिनों में करना होगा तभी आपको कवर मिलेगा।
इतनी तरह के होते हैं यात्री बीमा
व्यक्तिगत यात्री बीमा
यह बीमा एक ऐसे यात्री के लिए है जो विदेश या घरेलू यात्रा करने जा रहा है।
पारिवारिक यात्री बीमा
यह योजना यात्रा के दौरान अभूतपूर्व घटनाओं के खिलाफ पूरे परिवार को कवर देती है।
समूह यात्री बीमा
यह उन लोगों के समूह का बीमा करता है जो संबंधित नहीं हैं और एक साथ यात्रा कर रहे हैं।
वरिष्ठ नागरिक यात्री बीमा
यह बीमा कवर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध है। 45 से 60 दिन तक के लिए अधिकांश कंपनियां ट्रेवल इंश्योरेंस के तहत कवर देती हैं।