मुंबई: महानगर में बढ़ रही आग की घटनाओं को देखते हुए फायरकर्मियों की ट्रेनिंग के लिए कांदिवली के ठाकुर विलेज में अत्याधुनिक ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा। इस सेंटर में फायरकर्मियों को तेजी से बढ़ हो शहरीकरण के बीच आग की घटनाओं पर तत्काल काबू पाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। फायरकर्मियों की बेहतर ट्रेनिंग के लिए यहां आर्टिफिशल बिल्डिंग बनाने के साथ ही आग के दौरान कृत्रिम मानव को बचाने का टास्क दिया जाएगा।
बजट में इस स्टेट ऑफ आर्ट ड्रिल टावर मल्टिस्पेशिऐलिटी ट्रेनिंग शुरू करने के लिए 1 लाख रुपये का प्रावधान है। आने वाले समय में उपकरणों की खरीद के साथ ही कई तरह के ऑटॉमेशन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। पिछली बार के 419 करोड़ रुपये बजट की तुलना में इस बार 495 करोड़ रुपये फायर विभाग को दिया गया है। इसमें केवल उपकरणों के लिए 177 करोड़ रुपये का प्रावधान है।
कई बार आग की घटना ऐसी जगह होती है, जहां पहुंचना और आग की तीव्रता को समझना मुश्किल होता है। ऐसी जगहों के लिए बीएमसी फायर ड्रोन खरीदेगी। इसके अलावा, डिजिटल मोबाइल रेडियो सिस्टम शुरू करने का भी प्रावधान है। आग के दौरान त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशासन 17 छोटे फायर स्टेशन तैयार कर रहा है। इनमें से 13 का निर्माण हो गया है। 2018 में 5,000 लोगों को आग से बचने की ट्रेनिंग दी गई थी, जिसे आने वाले समय में बढ़ाया जाएगा।