नयी दिल्ली। कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में हुई धांधली को बच्चों के भविष्य के साथ गंभीर खिलवाड़ करार दिया और कहा कि शिक्षा मंत्री जिस तरह से धांधली को नकार रहे हैं वह शर्मनाक है। पार्टी ने कहा है कि इससे 24 लाख बच्चों के साथ धोखा हुआ है इसलिए हमारी मांग है कि नीट घोटाले की केंद्रीय जांच ब्यूरो- सीबीआई की जांच करवाकर छात्रों को न्याय दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस में अपने आधिकारिक पेज ओर ट्वीट कर कहा,“नीट-2024 की परीक्षा में 24 लाख बच्चे, एक लाख मेडिकल सीट पर एडमिशन लेने के लिए शामिल हुए थे लेकिन अफसोस- बाकी परीक्षाओं की तरह ही नीट के पेपर में गड़बड़ी हुई और पेपरलीक हो गया। देश के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए हर साल नीट की परीक्षा करवाई जाती है, जिसमें डॉक्टर बनने का सपना लिए लाखों बच्चे हिस्सा लेते हैं।”
पार्टी ने कहा,“पूरा मामला समझिए-ये स्कैम तब सामने आया जब नीट-2024 के रिजल्ट में रिकॉर्ड 67 बच्चे टॉप कर गए जिन्हें 720 में से 720 नंबर मिल गए। वहीं टॉप करने वाले 6 बच्चे तो हरियाणा के एक ही सेंटर के निकले। नीट के रिजल्ट में कुछ बच्चों को 718 और 719 नंबर मिल गए जो संभव नहीं था। ऐसा इसलिए क्योंकि नीट में हर सवाल चार नंबर का होता है और नेगेटिव मार्किंग के बाद ऐसे नंबर नहीं आ सकते। अभी हाल ही में बिहार और गुजरात में नीट परीक्षा में धोखाधड़ी करने वालों का भंडाफोड़ हुआ है, लेकिन फिर भी मोदी सरकार में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बड़ी बेशर्मी के साथ नीट में हुई धांधली को नकार रहे हैं।”
नीट परीक्षा में घपले को बच्चों का सपना टूटना करार देते हुए पार्टी ने कहा,“ये देश के लाखों बच्चों की कड़ी मेहनत और उनके माता पिता के खून-पसीने की कमाई का अपमान है। उनके सपनों और उम्मीदों के साथ घिनौना मजाक है। मोदी सरकार के संरक्षण में पेपरलीक माफिया ‘पैसा दो और पेपर लो’ का खेल चला रहे हैं। जिसने देश के लाखों बच्चों का जीवन बर्बाद कर दिया है। सच्चाई ये है कि नरेंद्र मोदी कोई भी परीक्षा बिना पेपरलीक के नहीं करवा सकते।”
NEET-2024 की परीक्षा में 24 लाख बच्चे, 1 लाख मेडिकल सीट पर एडमिशन लेने के लिए शामिल हुए थे।
लेकिन अफसोस- बाकी परीक्षाओं की तरह ही NEET के पेपर में गड़बड़ी हुई और पेपरलीक हो गया।
देश के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए हर साल NEET की परीक्षा करवाई जाती है, जिसमें डॉक्टर बनने का… pic.twitter.com/I9y5uKRujs
— Congress (@INCIndia) June 15, 2024
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 13 जून को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर से इंकार किया था। उन्हें ट्वीट करते हुए लिखा था कि – “NEET परीक्षा मामले में NTA माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए उचित कार्यवाही करने को कटिबद्ध है। माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 1563 विद्यार्थियों की परीक्षा दोबारा करायी जायेगी।
NEET परीक्षा में किसी प्रकार की धांधली, भ्रष्टाचार या पेपर लीक की कोई भी पुख़्ता सबूत अभी तक सामने नहीं आया है।इससे संबंधित सारे तथ्य सुप्रीम कोर्ट के सामने हैं और विचाराधीन हैं। मैं कांग्रेस को ये याद दिलाना चाहता हूँ की पेपर लीक रोकने और नक़ल विहीन परीक्षा के लिए केंद्र सरकार ने इसी साल Public Examination (Prevention of Unfair Means) Act पारित किया है जिसमें कई कड़े प्रावधान हैं। कांग्रेस इस ग़लतफ़हमी में ना रहे कि कोई भी nexus पाया जाएगा तो उस पर कार्यवाही नहीं होगी। इस Act के प्रावधानों को बहुत बारीकी से अमल में लाया जाएगा। छात्रों के भविष्य पर राजनीति करना कॉंग्रेस की पुरानी आदत है। राजनीतिक रोटियाँ सेकने के बजाय कांग्रेस को भारत के विकास में योगदान देना चाहिए।
इस मुद्दे पर जिस तरह की राजनीति की जा रही है, वह केवल भ्रम फैलाने की कोशिश है और इससे विद्यार्थियों के मानसिक शांति पर असर पड़ता है। वर्तमान में NEET की काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने जा रही है और इसे राजनीतिक आखेट का विषय बनाना न केवल अनुचित है बल्कि यह भावी पीढ़ी के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। केंद्र सरकार का ध्यान हमेशा छात्रों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने पर है।
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए लिखा था कि विपक्ष मुद्दाविहीन है, ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर विपक्ष बिना तथ्य जाने सिर्फ झूठ फैला रहा है। कांग्रेस अपनी ओछी राजनीति के लिए देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।