मुंबई। शिवसेना ने तीन राज्यों में भाजपा की हार व कांग्रेस की जीत पर चुटकी लेते हुए छत्तीस गढ़ राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल की तारीफ की है। मुखपत्र ‘सामना’ में ‘छत्तीसगढ़ का बाघ, चींटी ने मेरू पर्वत निगला’ शीर्षक से संपादकीय लिखकर एक बार फिर भाजपा-शिवसेना के बीच मतभेदों को जाहिर कर दिया है। सामना ने लिखा है कि चुनाव जीतने के लिए नेतृत्व जरूरी होता है, इस मान्यता को तीन राज्यों के चुनाव परिणामों ने गलत साबित कर दिया। राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पास तो नेतृत्व था। छत्तीसगढ़ में रमन सिंह को पराजित करनेवाले भूपेश बघेल जैसे जुझारू कार्यकर्ता ने, जिसकी कोई पहचान न थी, मरी हुई कांग्रेस में उसने जान डाली व कार्यकर्ताओं को मैदान में उतार दिया। चेहरा, पैसा, दहशत से अधिक महत्व संगठन का है, ये उसने छत्तीसगढ़ जीत कर दिखा दिया।
सामना ने लिखा है कि पांच राज्यों के परिणाम आ चुके हैं। चार वर्षों में भाजपा पहली बार हताश और निराश दिख रही है। चेहरे पर हंसी व कुछ हुआ ही नहीं, ऐसा भाव है फिर भी यह उधार का दिखावा है। ये हार सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह की नीतियों, व्यवहार-बातचीत व राजनीति को नए तरीके से देखने की प्रवृत्ति की वजह से हुई है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में मतदाताओं ने इसे नकार दिया। राजस्थान जाएगा व जानेवाला ही था। मध्य प्रदेश में ‘कांटे की टक्कर’ होनेवाली थी लेकिन छत्तीसगढ़ भाजपा के हाथ से जाएगा और देश के आदर्श मुख्यमंत्री माने जानेवाले रमन सिंह की गद्दी जाएगी, वो भी बिना किसी बड़े चेहरे के कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से, ऐसी अपेक्षा किसी को नहीं थी। जिसकी तरफ कल तक कोई ध्यान नहीं देता था, ऐसे भूपेश बघेल बिना चेहरे के कांग्रेसी कार्यकर्ता ने कमजोर कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में विजय मार्ग द्वारा शिखर पर पहुंचा दिया। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है। ‘पर्याय कौन इसमें न पड़ते हुए जो नहीं चाहिए उसे मतदाताओं ने नकार दिया।’ यह महत्वपूर्ण है। राजस्थान में कांग्रेस के पास अशोक गहलोत और सचिन पायलट थे। मध्य प्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया थे लेकिन छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के सामने टिकना कठिन होते हुए भी भूपेश बघेल ने कांग्रेस को विजय मार्ग की तरफ प्रशस्त किया।
सामना ने कठिन समय, हिम्मतबाज, हवा और कार्यशाला, संघ को चुनौती जैसे शीर्षक देकर संघ और भाजपा संगठन को आड़े हाथों लिया।
शिवसेना ने भाजपा की फिर ली चुटकी, छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष की तारीफ की
Leave a comment
Leave a comment